पिथौरागढ़: कोरोना और इसके चलते लगे लॉकडाउन ने हमारी जिंदगी पूरी तरह बदल कर रख दी। लोग लॉकडाउन को कोस रहे हैं, लेकिन इसके चलते कई अच्छे बदलाव भी हुए हैं। खाली समय का इस्तेमाल लोग गांवों और स्कूलों को संवारने में कर रहे हैं। बदलाव की ऐसी ही एक खूबसूरत तस्वीर पिथौरागढ़ जिले के टुंडाचौड़ा गांव से आई है, जहां लॉकडाउन के दौरान युवा सड़क बनाने में जुटे हैं। शहरों में काम करने वाले ज्यादातर प्रवासी इन दिनों अपने गांव लौट आए हैं, और अब अपने गांव की समस्याओं को दूर करने में जुटे हैं। इसी कड़ी में पिथौरागढ़ के टुंडाचौड़ा गांव के युवा अपने गांव के लिए सड़क बना रहे हैं। घड़ी में सुबह के पांच बजते ही गांव के युवा सड़क निर्माण कार्य में जुट जाते हैं। युवाओं ने बताया कि उनके गांव में सड़क नहीं है। वो प्रशासन और सरकार से इस बारे में कई बार शिकायत कर चुके थे, लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिला। कुछ महीने पहले लॉकडाउन लगा तो ज्यादातर युवा प्रवासी गांव लौट आए। इन युवाओं ने मीटिंग कर गांव में सड़क बनाने का फैसला किया, लेकिन इसमें एक दिक्कत थी। आगे पढ़िए..
ये भी पढ़ें:
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड: महाराष्ट्र से 4 लोग बिना बताए केदारनाथ के मुख्य पड़ाव तक पहुंच गए..आखिर कैसे?
सड़क वाली जगह पर लोगों के खेत थे, उनसे अनुमति मिलना मुश्किल था। खैर किसी तरह युवाओं ने हिम्मत कर के गांव वालों से इस बारे में बात की। युवाओं की अच्छी मंशा देख ग्रामीण भी अपने खेत दान करने के लिए तैयार हो गए और अब इन खेतों को काटकर सड़क बनाई जा रही है। पिछले दस दिन से सड़क निर्माण का काम जारी है। एक किलोमीटर तक सड़क बनकर तैयार हो गई है, जल्द ही निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इस एक सड़क के बनने से क्षेत्र के छह गांवों को फायदा होगा। बच्चे सड़क पर पैदल चलकर स्कूल जा सकेंगे, उन्हें अपनी पढ़ाई बीच में नहीं छोड़नी पड़ेगी। सड़क निर्माण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। युवा सड़क निर्माण का हर अपडेट सोशल मीडिया के जरिए क्षेत्र से जुड़े लोगों को दे रहे हैं। पिथौरागढ़ के टुंडाचौरा गांव से आई ये तस्वीरें पलायन से जूझ रहे पहाड़ में उम्मीद की किरण सरीखी लगती हैं। आगे देखिये तस्वीरें...