रुद्रप्रयाग: प्रदेश सरकार लोगों से गांव में ठहरने को कह रही है, पहाड़ को आबाद करने की अपील कर रही है। लेकिन पहाड़ की जिंदगी आसान नहीं है। जिस पहाड़ में ना तो लोगों के बच्चे सुरक्षित हों और ना ही मवेशी...वहां भला कोई क्यों ठहरना चाहेगा। पहाड़ी क्षेत्रों में गुलदार आतंक का सबब बने हुए हैं। कहीं मासूम बच्चे गुलदार का निवाला बन रहे हैं, तो हीं मवेशियों के मारे जाने से पशुपालक खून के आंसू रोने को मजबूर हैं। मामला रुद्रप्रयाग का है। जहां गुलदार ने एक पशुपालक की 21 बकरियों को अपना निवाला बना लिया। पीड़ित पशुपालक का नाम बीरबल सिंह है। वो तल्ला नागपुर के दशज्यूला क्षेत्र में पड़ने वाले गांव ढुंग-जरम्वाड़ में रहते हैं। बीती रात बीरबल सिंह और उनका परिवार घर में सो रहा था। इसी दौरान गुलदार उनकी गौशाला में जा घुसा और एक के बाद एक 21 बकरियां मार दीं। कुछ बकरियां गायब भी हैं। आगे देखिए तस्वीरें