उत्तराखंड देहरादूनIAS Aarti Dogra Success Story

चौंकिए मत! ये उत्तराखंड में जन्मी IAS अफसर आरती डोगरा हैं

उत्तराखंड के देहरादून की मूल निवासी आईएएस अफसर आरती डोगरा जिनका कद साढ़े 3 फुट का है मगर आज वे एक पूरे जिले की जिम्मेदारी अपने कंधे पर उठाई हुई हैं। उन्होंने यह साबित किया है कि आपका कद या रंग-रूप कभी आपकी सफलता के आड़े नहीं आता

IAS Aarti Dogra: IAS Aarti Dogra Success Story
Image: IAS Aarti Dogra Success Story (Source: Social Media)

देहरादून: यह सच है कि अगर मन में कुछ ठान लो तो भले ही रास्ते में कितनी भी बाधाएं आ जाएं, आपको वह काम करने से कोई नहीं रोक सकता। सच्ची लगन हो और मन में हौसला बुलंद हो तो आखिर क्या कुछ नहीं हो सकता। उत्तराखंड के कितने ही ऐसे काबिल अफसर हैं जो आज देश के कोने-कोने में अपनी काबिलियत का प्रदर्शन कर रहे हैं और राज्य का सिर गर्व से ऊंचा कर रहे हैं। यह भी सच है कि काबिलियत के बीच कभी भी रंग-रूप और कद नहीं आते। आज हम एक ऐसी ही आईएएस अफसर की कहानी आप सबके साथ साझा करने जा रहे हैं जो उत्तराखंड से नाता रखती हैं और इस समय वर्तमान में एक बेहद काबिल जिला अधिकारी के रूप में वह दुनिया के सामने आई हैं। उनकी लंबाई 3 फुट 6 इंच है। अपने कम कद के कारण उनको बचपन में कई बातें सुनने को मिलीं मगर उन्होंने अपनी मेहनत और काबिलियत से सबको आश्चर्यचकित कर दिया है।

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मिलिए उत्तराखंड के देहरादून की मूल निवासी आईएएस अफसर आरती डोगरा से जिनका कद साढ़े 3 फुट का है मगर उन्होंने अपने सपनों को इतनी ऊंची उड़ान दी कि आज वे एक पूरे जिले की जिम्मेदारी अपने कंधे पर उठाई हुई हैं। इन दिनों सोशल मीडिया पर वह खूब वायरल हो रही हैं। उन्होंने समाज में यह साबित किया है कि आपका कद या रंग-रूप मायने नहीं रखता, मायने केवल आपकी काबिलियत और आपकी हिम्मत रखती है। अगर आप काबिल हैं तो भले ही आपको समाज कितना भी रोके, आप अपने सपने को पूरा करके ही दम लेते हैं। आईएएस आरती उन तमाम महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनकर सामने आई हैं जिनको रंग-रूप और शरीर के ऊपर तंज कसे जाते हैं। उनको कदम-कदम पर यह एहसास दिलाया जाता है कि औरतों के लिए उसका शरीर सुंदर दिखना जरूरी है। देहरादून जिले की मूल निवासी आरती डोगरा साल 2006 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। उनके पिता कर्नल राजेंद्र डोगरा सेना में अधिकारी हैं और उनकी मां कुमकुम डोगरा स्कूल में प्रिंसिपल हैं।

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जब आरती का जन्म हुआ तो डॉक्टरों ने यह साफ कह दिया था कि वह सामान्य बच्चों की तरह नहीं जी पाएंगी। वहीं समाज ने भी उनके छोटे कद के ऊपर कई तरह के प्रश्न लगाने और तंज कसने शुरू कर दिए थे। उनके माता- को यह कहा गया था की आरती को दिव्यांग बच्चों के स्कूल में ही डालें मगर उनके मां-बाप ने किसी की भी नहीं सुनी और उनको सामान्य स्कूल में डाला। आज उनकी बेटी ने देश-दुनिया में मिसाल कायम की है। आईएएस आरती डोगरा की स्कूलिंग देहरादून के वेल्हम गर्ल्स स्कूल में हुई थी। इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के टॉप कॉलेज लेडी श्रीराम कॉलेज से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन की। इसके बाद उन्होंने 2005 में यूपीएससी सर्विस की तैयारी की और अब वह आईएएस अधिकारी हैं। आईएएस आरती डोगरा आज राजस्थान कैडर की जिलाधिकारी हैं और उत्तराखंड की शान बढ़ा रही हैं। उनका कद भले ही छोटा हो मगर उन्होंने अपने सपनों की उड़ान को सीमित नहीं रखा। फिलहाल उन्हें राजस्थान के अजमेर की नई जिला अधिकारी के तौर पर नियुक्ति मिली है। इससे पहले वह एसडीएम अजमेर के पद पर कार्यरत थीं।