उत्तराखंड हरिद्वारUttarakhand Ganga at the danger mark

सावधान रहें..उत्तराखंड में खतरे के निशान पर बह रही गंगा, कई जगह ढहे पुश्ते

पहाड़ों और मैदानी इलाकों में हो रही लगातार बरसात से हरिद्वार में गंगा नदी इस समय अपने उफान पर है और नदी का जलस्तर खतरे के निशान को भी पार कर चुका है।

Uttarakhand rain: Uttarakhand Ganga at the danger mark
Image: Uttarakhand Ganga at the danger mark (Source: Social Media)

हरिद्वार: राज्य में बरसात ने जन-जीवन अस्त-व्यस्त कर रख दिया है। लोगों के लिए बरसात का मौसम मुसीबतों का पिटारा अपने संग लाया है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार उत्तराखंड में लोगों को कुछ दिन और बरसते पानी से राहत नहीं मिलेगी। मौसम विज्ञान केंद्र ने आज भी भारी बारिश की वजह से रेड अलर्ट जारी कर दिया है और सबको सावधानी बरतने को भी कह दिया है। बरसात का कहर पहाड़ी इलाकों से लेकर मैदानी इलाकों तक में देखने को मिल रहा है। गंगा नदी भी इस समय अपने उफान पर है और जलस्तर खतरे के निशान को भी पार कर चुका है। बीते बुधवार को दोपहर के समय में गंगा चेतावनी के निशान 293 से 15 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी, जिससे वहां पर स्थितियां बहुत ज्यादा बेकाबू हो गई थीं, हालांकि शाम तक जलस्तर कम होने लगा उसके बाद जाकर लोगों ने और आपदा प्रबंधन ने राहत की सांस ली।

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सिंचाई विभाग के एसडीओ विक्रांत सैनी के अनुसार कल सुबह 8 बजे गंगा का जलस्तर 292.65 मीटर था जबकि दोपहर 12 बजे तक पानी का स्तर 293.15 मीटर पर पहुंच चुका था। दोपहर में 1 लाख 29 हजार 303 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। जल स्तर बढ़ने के दौरान प्रशासन के बीच में हड़कंप रहा। अभी भी गंगा नदी अपने उफान पर है, और खतरा टला नहीं है। ऐसे में जरा सी लापरवाही भी बेहद घातक साबित हो सकती है। ऐसे में एसडीएम गोपाल सिंह चौहान ने बताया कि हरिद्वार में गंगा नदी के आसपास रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी करते हुए चौकीदारों के साथ ही लेखपालों को भी क्षेत्र में तैनात कर दिया गया है और वहां से पल-पल की जानकारी रखने के लिए उनको निर्देश दिए हुए हैं। देहरादून जिले की बात करें तो वहां पर भी परिस्थितियां बेहद खराब हो रखी हैं।

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रिस्पना और बिंदाल नदी का जलस्तर का अत्यधिक बढ़ा हुआ है ऐसे में वहां पर बाढ़ की संभावनाएं बन रही हैं। दून में कल सुबह रुक-रुक कर बारिश होती रही, ऐसे में रिस्पना और बिंदाल नदी के किनारे रहने वाले मकानों के अंदर जलभराव हो गया और वहां पर हड़कंप मच गया। कई कॉलोनियों की सड़कों में कई फीट पानी भरा रहा। मुख्यमंत्री ने यह निर्देश दिए कि रिस्पना और बिंदाल नदी के किनारे रहने वाले मकानों को दूसरे घरों में शिफ्ट किया जाए। बरसात की वजह से विवेकानंद ग्राम फेस-टू स्ट्रीट नंबर 4 की सड़कों में भी अत्यधिक जलभराव से लोगों को काफी दिक्कतें आईं। पलटन बाजार में भी सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं। कुल मिला कर बरसात के कारण राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में मुसीबतों का दौर अभी थमता नहीं दिखाई दे रहा है, ऐसे में सभी लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दे दिए गए हैं।