चमोली: कौन कहता है कि एक अकेला इंसान समाज की सोच नहीं बदल सकता। एक अकेला इंसान भले ही दुनिया ना बदल सके, लेकिन लोगों की सोच में सकारात्मक बदलाव लाकर कई लोगों की दुनिया जरूर बदल सकता है। नंदप्रयाग नगर पंचायत की अध्यक्ष डॉ. हिमानी वैष्णव ने भी यही किया। क्षेत्र को स्वच्छ बनाने के लिए उन्होंने खुद हाथ में झाड़ू उठाई। उन्हें देखकर नंदप्रयाग की दूसरी महिलाएं भी साफ-सफाई के लिए प्रेरित हुईं और आज इन सभी महिलाओं की मेहनत को देशभर में सराहा जा रहा है। नंदप्रयाग नगर पंचायत को स्वच्छता के लिए देशभर में पहले पुरस्कार से नवाजा जा रहा है। चमोली का ये क्षेत्र अपने स्वच्छता अभियान के लिए लगातार सुर्खियों में है। स्वच्छता के लिए देशभर में तारीफ बटोर रहे नंदप्रयाग नगर पंचायत को स्वच्छता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। आगे पढ़िए
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जी हां नंदप्रयाग नगर पंचायत को स्वच्छता सर्वे में देश में पहला स्थान मिला है। यहां की नगर पंचायत अध्यक्ष डॉ. हिमानी वैष्णव को यह पुरस्कार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदान करेंगे। वर्चुअल कांफ्रेंस के माध्यम से डॉ. हिमानी वैष्णव और नंदप्रयाग नगर पंचायत को सम्मानित किया जाएगा। नंदप्रयाग और यहां की नगर पंचायत अध्यक्ष डॉ. हिमानी वैष्णव ने उत्तराखंड का गौरव बढ़ाया है। आपको बता दें कि देशभर के शहरों में स्वच्छता का मूल्यांकन करने के लिए केंद्र सरकार ने अप्रैल 2019 से जनवरी 2020 के बीच स्वच्छता सर्वेक्षण कराया था। जिसमें नागरिकों से दस बिंदुओं पर ऑनलाइन फीडबैक लिया गया था। सफाई के मामले में नंदप्रयाग टॉप पर रहा। चमोली के नंदप्रयाग नगर पंचायत की आबादी वर्तमान में 2447 है। आगे पढ़िए
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नंदप्रयाग नगर पंचायत की बागडोर डॉ. हिमानी वैष्णव संभाल रही हैं। वो आयुर्वेद चिकित्सक हैं, इसलिए सफाई का महत्व अच्छी तरह समझती हैं। डॉ. हिमानी ने 4 दिसंबर 2018 को नगर पंचायत अध्यक्ष का पदभार संभाला था। उस वक्त यहां गलियों और सार्वजनिक जगहों पर कूड़ा बिखरा होना सामान्य बात होती थी। डॉ. हिमानी क्योंकि डॉक्टर हैं, इसलिए वो जानती थीं कि स्वच्छता का सीधा संबंध स्वास्थ्य से है। इस बात को लोगों को समझाने के लिए उन्होंने खुद हाथ में झाड़ू उठाई और महिलाओं को सफाई अभियान का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित किया। धीरे-धीरे लोग उनकी बात को समझने लगे और कूड़ा इधर-ऊधर फेंकने की बजाय सीधे कूड़ेदान में डालने लगे। इसी मेहनत का नतीजा है कि स्वच्छता के मामले में अपने नंदप्रयाग को देश का पहला नगर होने का गौरव मिला है।