उत्तराखंड देहरादूनGuidelines for coming to Uttarakhand

उत्तराखंड में 3-4 दिन के लिए आ रहे हैं, तो बॉर्डर पर नहीं कराना होगा कोरोना टेस्ट

जो भी लोग चार से पांच दिन के लिए उत्तराखंड आ रहे हैं तो उनको बॉर्डर पर कोरोना नेगेटिव की रिपोर्ट दिखाने की कोई जरूरत नहीं है। आगे पढ़िए पूरी खबर

Uttarakhand guideline: Guidelines for coming to Uttarakhand
Image: Guidelines for coming to Uttarakhand (Source: Social Media)

देहरादून: अनलॉक-4 के तहत केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए निर्देशों के अनुसार अब हर राज्य में आने-जाने वालों की लिमिट को खत्म कर दिया गया है। मगर उत्तराखंड में जिस तेजी से कोरोना के केस बढ़ रहे हैं उसको देखते हुए राज्य सरकार द्वारा यह कहा जा रहा था कि उत्तराखंड आने वाले हर व्यक्ति के पास खुद की एक कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट होनी जरूरी है। इस बीच कई लोगों के मन मे राज्य में एंट्री को लेकर काफी सवाल आ रहे हैं और कई लोगों के बीच कन्फ्यूजन है। चलिए हम आपके सारे डाउट्स क्लियर करते हैं। राज्य में एंट्री से पहले कोरोना रिपोर्ट दिखाने के नियम में एक बड़ी छूट उन लोगों को दी जा रही है जो राज्य में 4-5 दिनों तक के लिए आने की सोच रहे हैं। अर्थात वे लोग जो राज्य में पर्यटन के लिए, या किसी जरूरी काम से आ रहे हैं, और 4-5 दिनों के अंदर-अंदर वे उत्तराखंड से वापस चले जाते हैं उन लोगों को अपनी कोरोना रिपोर्ट नहीं दिखानी पड़ेगी

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मगर यह नियम केवल उन लोगों के लिए है जो ऐसे क्षेत्र से आ रहे हैं जहां कोरोना कंट्रोल में है। अगर आप राज्य में कोरोना हाईलोडिड क्षेत्र से आ रहे हैं तो आपके लिए कोरोना नेगेटिव की रिपोर्ट बॉर्डर पर दिखाना अनिवार्य होगा। वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक बार फिर से यह साफ किया है कि जो भी लोग चार से पांच दिन के लिए उत्तराखंड आ रहे हैं तो उनको कोरोना नेगेटिव की रिपोर्ट बॉर्डर पर दिखाने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा है कि ऐसे लोग बेरोकटोक उत्तराखंड में प्रवेश कर सकते हैं। मगर इसकी शर्त यह है कि उन लोगों को 4 से 5 दिनों के भीतर-भीतर उत्तराखंड राज्य से वापस लौटना होगा। यह नियम खासकर उन लोगों के लिए है जो पर्यटन की दृष्टि से उत्तराखंड आने की चाह रख रहे हैं या वे जिनको उत्तराखंड में बहुत जरूरी काम है और अपना काम निपटा कर वे चार से पांच दिनों में राज्य से वापस लौट रहे हैं।

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उत्तराखंड की सीमा पर प्रवेश के लिए कोविड-19 अनिवार्यता को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पहले ही खारिज कर चुके हैं। बीते शुक्रवार को एक बार फिर से उन्होंने कहा है कि जो भी लोग 4 से 5 दिन के लिए उत्तराखंड आ रहे हैं उनको कोविड-19 के टेस्ट कराने की कोई जरूरत नहीं है और वह बिना किसी पाबंदी के राज्य में घूम सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस बारे में अधिकारियों को आदेश दे दिए गए हैं। केंद्र सरकार की गाइड लाइन में भी यह साफ लिखा है कि कोविड-19 डिड क्षेत्रों को छोड़कर अन्य सभी स्थानों से आने वाले लोग अगर 5 दिनों तक राज्य में आ रहे हैं तो उनको बॉर्डर पर कोरोना टेस्ट दिखाने की कोई आवश्यकता नहीं है और वे बिना किसी पाबंदी के राज्य में घूम सकते हैं। याद रहे यह नियम केवल उन लोगों के लिए है जो राज्य में महज 4 से 5 दिनों के लिए है आने के इच्छुक हैं। अगर उससे अधिक दिनों के लिए आप राज्य में आने की तैयारियां कर बैठे हैं तो अपने साथ में कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट जरूर रखें।