देहरादून: उत्तराखंड से बड़ी खुशखबरी सामने आ रही है। उत्तराखंड राज्य के हिस्से में जल्द ही एक अनोखा तोहफा आने वाला है। तकरीबन 40 साल के बाद आखिरकार टनल बनाने का निर्णय लिया गया है। देहरादून में भारतीय सैन्य अकादमी का 4 दशकों का इंतजार आज खत्म हुआ। भारतीय सैन्य अकैडमी आईएमए में अब दो अंडरपास टनल बनाने का रास्ता पूरी तरह से साफ हो चुका है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज वर्चुअल कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भूमिगत सुरंग का शिलान्यास किया। बता दें कि शिलान्यास के साथ ही भारतीय सैन्य अकादमी का तकरीबन 40 वर्षों का इंतजार आखिरकार खत्म हो चुका है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भूमि पूजन कर दो अंडर पास टनल का शिलान्यास किया। 40 सालों से अधिक समय से मांग थी कि आईएमए में अंडर टनल बनाईं जाएं जिससे की पीओपी के दौरान और आम आवाजाही के दौरान लोगों को रोका ना जाए और बिना किसी प्रतिबंध के आवाजाही वैसी ही चलती रहे। आगे पढ़िए यह भी पढ़ें - उत्तराखंड से दूसरे राज्यों के लिए कल से शुरू होंगी बसें, पढ़िए पूरी गाइडलाइन
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पहले सैनिकों को परेड में काफी अधिक दिक्कत आती थी। अंडर पास के निर्माण के बाद अब आवजाही की सभी दिक्कतें खत्म हो जाएंगी। और लोगों को इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इससे एनएच-72 पर ट्रैफिक जाम की समस्या से भी निजात मिलेगा। अंडर पास को बनने में तकरीबन 2 साल का समय लगेगा और उसके बाद काम पूरा होने पर वह खुद इस के लोकार्पण के लिए देहरादून आएंगे। रक्षा मंत्री ने साथ में यह भी कहा है कि अगर 2 साल के पहले टनल का निर्माण कार्य पूरा हो जाता है तो वह निर्माण करने वालों को सम्मानित भी करेंगे। 40 वर्ष के लंबे समय से आईएमए में अंडरपास बनाने के लिए सरकार के पास गुहार लगाई जा रही है। आखिरकार यह इंतजार खत्म होता है। बता दें कि आईएमए में एक और दूसरी ओर की आवाजाही के दौरान एनएच-72 पर गाड़ियों को रोकना पड़ता था। मगर अब अंडरपास टनल के बन जाने के बाद यह समस्या पूरी तरीके से खत्म हो जाएगी। आने वाले 2 सालों में इन दो अंडरपास टनल का काम बंद कर पूरा हो जाएगा। अंडरपास टनल आम लोगों के लिए भी एक बड़ी सौगात बनकर सामने आया है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है इस अंडरपास टनल से ट्रैफिक जाम से तो मुक्ति मिलेगी। यह न सिर्फ सेना के लिए बल्कि आम लोगों के लिए भी बड़ी सौगात है।