उत्तराखंड हरिद्वारHaridwar CPU jawan stopped SP car

वाह उत्तराखंड: चेकिंग के दौरान जवान ने रोकी SP की कार, जानिए फिर क्या हुआ?

एसपी देहात सादे कपड़ों में क्षेत्र में घूमने निकले थे। तभी गणेशपुर पुल के पास सीपीयू के एक सिपाही ने उनकी कार रुकवा दी। उसने एसपी देहात से ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी दिखाने को कहा। आगे पढ़िए पूरी खबर

Haridwar police: Haridwar CPU jawan stopped SP car
Image: Haridwar CPU jawan stopped SP car (Source: Social Media)

हरिद्वार: कानून हर आदमी के लिए बराबर है। हरिद्वार के रुड़की में तैनात एक पुलिसकर्मी ने इस बात को साबित कर दिया। रुड़की में चेकिंग के दौरान एक पुलिसकर्मी ने एसपी देहात की कार रुकवा दी। उसने एसपी से ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी मांगी। दोनों डॉक्यूमेंट्स दिखाने के बाद कहीं जाकर एसपी देहात को वहां से जाने की परमिशन मिल सकी। थोड़ी देर बाद जब पुलिसकर्मी को पता चला कि उसने एसपी की गाड़ी रुकवाई थी, तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई, वो तुरंत एसपी से बात करने पहुंचा। जिस पर एसपी देहात ने पुलिसकर्मी की पीठ थपथपाई और अपना काम ईमानदारी से करने पर उसे शाबाशी भी दी। दरअसल हरिद्वार के एसपी देहात एसके सिंह निजी कार से शहर में घूमने निकले थे। वो सादे कपड़ों में थे। चेहरे पर मास्क भी लगाया था। इस दौरान वो गणेशपुर पुल के पास पहुंचे तो वहां सीपीयू के एक सिपाही ने एसपी देहात की कार रोक ली। उसने एसपी देहात से ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी दिखाने को कहा। आगे पढ़िए

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एसपी देहात ने दोनों कागज दिखाए तो पुलिसकर्मी ने उन्हें आगे बढ़ने को कहा। इसी बीच वहां मौजूद एक दूसरे पुलिसकर्मी ने कार में बैठी एसपी देहात की बेटी को पहचान लिया। दूसरा सिपाही तुरंत एसपी देहात के पास पहुंचा और उन्हें सैल्यूट किया। ये देख चेकिंग करने वाले सिपाही के होश उड़ गए। उसने भी एसपी को सैल्यूट किया। कार में एसपी देहात को देखकर चेकिंग करने वाला पुलिसकर्मी घबरा गया था। वो सोचने लगा कि सीनियर अफसर अब ना जाने कैसे रिएक्ट करेंगे, ऐसा ना हो कि नाराज हो जाएं। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। उल्टा एसपी देहात एसके सिंह ने चेकिंग करने वाले पुलिसकर्मी को शाबाशी दी। उन्होंने बताया कि मैं बेटी के साथ कार से निकला था। इस दौरान एक सिपाही ने चेकिंग के दौरान हमें रोक लिया। हमसे कागज मांगे। आम आदमी की तरह मैंने पूरे कागज दिखाए। मैं खुश हूं कि हमारी पुलिस वाहन चेकिंग का काम पूरी ईमानदारी से कर रही है। नियम कानून सभी के लिए बराबर हैं। सभी को ट्रैफिक रूल्स का पालन करना चाहिए।