उत्तरकाशी: खून-पसीने की कमाई गंवाने का गम क्या होता है, ये उत्तरकाशी के लोगों से पूछिए। यहां सैकड़ों लोगों ने डाकघर में बचत खाता खुलवाया था। पाई-पाई बचाकर अकाउंट में थोड़े पैसे जमा किए थे, लेकिन ग्रामीणों की मेहनत की इस कमाई को पोस्ट मास्टर की नजर लग गई। जिस पर लोगों का पैसा सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी थी, वही उनकी गाढ़ी कमाई ले भागा। पोस्ट मास्टर पर सैकड़ों लोगों के करीब डेढ़ करोड़ रुपये हड़पने का आरोप है। अपनी मेहनत की कमाई वापस पाने के लिए अब ग्रामीण सड़कों पर उतर कर आंदोलन कर रहे हैं। मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण जिला मुख्यालय पहुंचे और डीएम से उनकी गाढ़ी कमाई वापस दिलवाने और आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग की। ग्रामीण इलाकों में आज भी पैसे जमा करने के लिए डाकघर के बचत खाते को सबसे भरोसेमंद माना जाता है, लेकिन उत्तरकाशी के एक शातिर पोस्ट मास्टर ने इसमें भी सेंध लगा दी। मामला डुंडा ब्लॉक के थाती धनारी गांव का है। यहां गांव के पोस्ट ऑफिस में लोग कई सालों से अपने बचत खाते, कन्या धन योजना और अन्य योजनाओं में पैसे जमा करा रहे थे। लोगों को लगा उनका रुपया सेफ है, लेकिन ये सिर्फ उनका भ्रम था।
ये भी पढ़ें:
यह भी पढ़ें - पौड़ी गढ़वाल और टिहरी गढ़वाल को जोड़ने वाला जानकी सेतु बनकर तैयार..जानिए खूबियां
पोस्ट मास्टर धर्म शाह गांव वालों की रकम को उनके खाते में जमा करने के बजाय उड़ाता रहा और खाली पासबुक पर एंट्री करता रहा। मामले का खुलासा तब हुआ, जब कुछ ग्रामीण अपने खातों से पैसे निकालने पहुंचे। वहां जाकर पता चला कि उनके खातों में 90 फीसदी धनराशि तो जमा ही नहीं हुई थी। एक अंदाजे के मुताबिक पोस्ट मास्टर ने 18 गांवों के 1500 ग्रामीणों को चूना लगाकर डेढ़ करोड़ रुपये डकार लिए। मेहनत की कमाई के यूं लुटने के बाद ग्रामीण सदमे में हैं। ग्रामीणों ने गंगोत्री विधायक से भी मुलाकात की और आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग की। ग्रामीण बोले कि उनकी कई सालों की जमा पूंजी चली गई है और इस मामले में अभी तक पुलिस ने कुछ भी नहीं किया। जबकि आरोपी पर मुकदमा होने के बाद भी वह खुलेआम घूम रहा है। वहीं गंगोत्री के विधायक गोपाल रावत का कहना है कि इस मामले को राजस्व पुलिस से लेकर रेगुलर पुलिस को सौंप दिया गया है। प्रशासन पर दबाव बनाया जा रहा है कि वह जल्द से जल्द ग्रामीणों के पैसे वापस दिलवाए।