चम्पावत: हाल ही में बीते शनिवार को देहरादून में पासिंग आउट परेड का आयोजन हुआ जिसके अंदर उत्तराखंड के युवाओं का दबदबा रहा और उत्तराखंड के कई युवा पासिंग आउट परेड के बाद भारतीय सेना में अफसर के तौर पर चुने गए। यूं ही नहीं उत्तराखंड की देवभूमि को सैन्य भूमि कहा जाता है। हमारे इन्हीं महत्वकांक्षी युवाओं के कारण उत्तराखंड में आज भी सैन्य परंपरा कायम है और तेजी से आगे बढ़ा रही है। युवा सेना में जाने का सपना देखने के साथ ही उसको पूरा करने के लिए जी-तोड़ मेहनत करते हैं। आज हम आपको राज्य के एक ऐसे ही होनहार सपूत से रूबरू करा रहे हैं जो अपने पिता और अपने ताऊ के नक्शे कदम पर चलते हुए बीते शनिवार को इंडियन मिलिट्री अकादमी आईएमए देहरादून में सेना में अफसर शामिल हो गया है। हम बात कर रहे हैं चंपावत जिले के फुलारागांव क्षेत्र के मुडियानी निवासी और सीडीएस 2019 के ऑल इंडिया द्वितीय टॉपर नितिन सिंह बोहरा की जो भारतीय सेना में अफसर बन गए हैं। आगे पढ़िए
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बीते शनिवार को देहरादून में हुए आईएमए पासिंग आउट परेड में उनको अफसर के पद पर तैनाती दी गई। इस मौके पर उनके पिता और माता उपस्थित रहे और उनकी आंखों में अपने बेटे को अफसर बनते देखने की खुशी साफ दिखाई दी। नितिन सिंह बोहरा सीडीएस परीक्षा के टॉपर रहे हैं। नितिन के अंदर आर्मी का जुनून साफ दिखाई देता है और यह तभी पता लग गया था जब उन्होंने सीडीएस परीक्षा में देश में दूसरा स्थान हासिल किया। जी हां, पूरे देश भर में सभी युवाओं को पछाड़कर उन्होंने सीडीएस परीक्षा में दूसरा रैंक हासिल किया था और उसके बाद उन्होंने देहरादून के आईएमए में दाखिला लिया जहां पर कड़ी मेहनत के बाद उनको आखिरकार अफसर के पद के लिए चुना गया है। नितिन सिंह बोरा के पिता मोहन सिंह भी नौसेना में जीसीओ रह चुके हैं और उनके ताऊ जगत सिंह बोरा लेफ्टिनेंट पद से सेवानिवृत्त हैं। उनका कहना है कि उनको सेना में जाकर देश सेवा की प्रेरणा अपने पिता और अपने ताऊ से ही मिली है।
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सैन्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले नितिन सिंह बोहरा की प्राथमिक शिक्षा दिल्ली पब्लिक स्कूल मुंबई से हुई और उसके बाद उन्होंने 2019 में डॉन बॉस्को विद्या विहार से मैकेनिकल इंजीनियर की डिग्री प्राप्त की और उसी वर्ष आयोजित हुई सम्मिलित रक्षा सेवा सीडीएस 2019 की परीक्षा में उनका चयन हो गया। सबसे खास बात यह है कि सीडीएस 2019 की परीक्षा में उन्होंने पूरे देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया। सीडीएस में चयनित होने के बाद 2019 में ही उन्होंने आईएमए देहरादून में प्रवेश ले लिया। नितिन बोरा ने कई महीनों के कड़े प्रशिक्षण के बाद आखिरकार सफलताओं के नए आयाम को छूते हुए अफसर का पद प्राप्त कर लिया है। उनकी इस सफलता से उनके माता-पिता सहित पूरा परिवार काफी खुश और उनके क्षेत्र में भी खुशी की लहर छा गई है।