उत्तराखंड बागेश्वरWild boar attack on a 7-year-old girl in Bageshwar

उत्तराखंड: गरुण गांव में 7 साल की बच्ची पर झपटा जंगली सुअर..बेटी को बचाने गए 5 लोग भी घायल

बागेश्वर जिले के तिलसारी तहसील में स्थित गरुड़ गांव में बीते बुधवार की सुबह एक जंगली सुअर ने 7 वर्ष की बच्ची के ऊपर जानलेवा हमला कर दिया। बच्ची को बचाने आए 92 वर्षीय बुजुर्ग समेत पांच अन्य लोग भी घायल हो गए हैं।

Bageshwar News: Wild boar attack on a 7-year-old girl in Bageshwar
Image: Wild boar attack on a 7-year-old girl in Bageshwar (Source: Social Media)

बागेश्वर: बागेश्वर जिले से बेहद बुरी खबर सामने आ रही है। बागेश्वर जिले के तिलसारी तहसील के गरुड़ गांव में बीते बुधवार के सुबह की शुरूआत एक बेहद खतरनाक घटना के साथ हुई। आंगन में खेल रही 7 वर्ष की मासूम बच्ची के ऊपर जंगली सूअर ने प्राणघातक हमला कर दिया। बच्ची की चीख-पुकार सुनकर उस को बचाने के आए लोगों के ऊपर भी जंगली सुअर ने बेहद बुरी तरीके से हमला कर उनको घायल कर दिया। जंगली सूअर द्वारा हुए इस हमले में बच्ची, 92 वर्ष के वृद्ध समेत 6 लोग बुरी तरह घायल हो गए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और बच्ची समेत 2 लोगों की हालत ज्यादा गंभीर होने पर उनको जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। चलिए आपको को पूरी घटना से अवगत कराते हैं। घटना बीते बुधवार की सुबह की बताई जा रही है। ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि तिलसारी में कैलाश चंद्र तिवारी कि 7 वर्ष की बेटी सुबह तकरीबन 9 बजे के करीब अपने आंगन में खेल रही थी। इसी बीच जंगली सूअर वहां पर घात लगाए बैठा था और उसने मासूम बच्ची के ऊपर हमला कर दिया। बच्ची सुअर के हमले से बेहद डर गई और उसने चीख-पुकार करनी शुरू की।

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बच्ची का शोरगुल सुनकर उसके परिजन और अन्य ग्रामीण वहां पर पहुंचे और बच्ची को बचाने दौड़े। इस दौरान मासूम बच्ची को बचाने आए 5 लोगों को जंगली सुअर ने बुरी तरह घायल कर दिया। सूअर ने 37 वर्षीय निर्मला देवी, 60 वर्षीय चंदन सिंह, विष्णु दत्त, प्रेम बल्लभ भट्ट और 92 वर्षीय कृष्णानंद नौटियाल के ऊपर भी हमला कर उनको घायल कर दिया। बच्ची समेत सभी 6 घायलों को ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची और चंदन सिंह की हालत गंभीर है और उनके जख्म गहरे हैं जिसके बाद उनको प्राथमिक उपचार देकर जिला अस्पताल रेफर किया गया है। बाकी अन्य लोगों की हालत स्थिर बताई जा रही है। सूचना मिलने के बाद नायब तहसीलदार तितिशा जोशी अस्पताल पहुंचीं और उन्होंने घायलों का हाल-चाल लिया। इसी के साथ वन विभाग को सूअर को मारने के निर्देश दे दिए हैं।

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हमले के बाद से गांव में लोग बेहद डरे हुए हैं। ग्रामीण वन विभाग से लगातार जंगली सुअरों से निजात दिलाने की मांग कर रहे हैं। सुअर के हमले के बाद से ही ग्रामीणों के बीच में आतंक फैला हुआ है और लोगों के बीच खौफ पसरा हुआ है। ग्रामीणों ने वन विभाग से सभी घायलों को उच्चतम राशि देने की मांग की। वन क्षेत्राधिकारी सुंदर सिंह नेगी ने फौरन मौके पर पहुंचकर घायलों को राहत राशि दी। ग्रामीण लंबे समय से वन विभाग से जंगली सूअरों से निजात पाने की गुहार लगा रहे हैं और वही सुअर के हमले के बाद से गांव में महिला एवं बच्चे डरे हुए हैं। महिलाएं खेत में काम करने भी नहीं जा रही हैं। समस्या को देखते हुए गांव के कुछ युवाओं ने गांव में पहरेदारी करना शुरू किया है और उन्होंने वन विभाग से मांग की है कि गांव में वन विभाग कर्मियों की गश्त बढ़ाई जाए।