उत्तराखंड नैनीतालTigress missing in Rajaji National Park

उत्तराखंड: इस बाघिन को ढूंढिए, 25 हजार का ईनाम पाइए..जानिए पूरा मामला

बाघिन को खोजने तक तो सब ठीक था, लेकिन बाघिन की बरामदगी पर जो 25 हजार रुपये का ईनाम रख दिया गया, अब उसी पर बवाल मचा पड़ा है। आगे पढ़िए पूरी खबर

Rajaji National Park tigress: Tigress missing in Rajaji National Park
Image: Tigress missing in Rajaji National Park (Source: Social Media)

नैनीताल: उत्तराखंड स्थित राजाजी नेशनल पार्क के अधिकारी इन दिनों बेहद परेशान हैं। परेशानी की वजह है एक बाघिन, जो कि पिछले कई महीनों से लापता है। बाघिन की तलाश के लिए लगातार कांबिंग की जा रही है। इससे भी काम नहीं बना तो पिछले दिनों डिप्टी डायरेक्टर पुनीत तोमर ने बाघिन को जिंदा या मुर्दा खोजने वाले को 25 हजार का ईनाम देने की घोषणा कर डाली। बस ऐलान करने भर की देर थी कि इस पर बवाल भी शुरू हो गया। बाघिन की बरामदगी पर ईनाम घोषित करने से चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन जेएस सुहाग बेहद खफा हैं। उन्होंने बाघिन पर ईनाम घोषित करने के मामले में जांच बैठा दी है। चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन जेएस सुहाग ने इसे नियमों का उल्लंघन बताया। साथ ही पार्क निदेशक से जांच कर मामले की रिपोर्ट भी मांगी है। राजाजी पार्क के मोतीचूर एरिया से एक बाघिन लापता है। एक-दो दिन नहीं बल्कि महीनों हो गए हैं, लेकिन बाघिन के दर्शन नहीं हो रहे। लापता बाघिन की तलाश के लिए विभाग दिन-रात एक किए हुए है। आगे पढ़िए

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विभागीय अधिकारियों के मुताबिक बाघिन के पैरों के निशान कांसरों के पास देखे गए हैं। इस पर पार्क के ही डिप्टी डायरेक्टर पुनीत तोमर ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने पार्क के वार्डन को लेटर भेजकर बाघिन की असल स्थिति का जल्द पता लगाने को कहा। साथ ही बाघिन को लाने या उसके बारे में सबूत देने वाले को 25 हजार का ईनाम देने की घोषणा भी कर दी। बाघिन को खोजने तक तो सब ठीक था, लेकिन बाघिन की बरामदगी पर जो 25 हजार रुपये का ईनाम रख दिया गया, अब उसी पर बवाल मचा पड़ा है। डिप्टी डायरेक्टर के फैसले पर सवाल उठ रहे हैं, जानकार कह रहे हैं कि भला बाघिन के ऊपर ईनाम कैसे रखा जा सकता है। अब बाघिन के लापता होने के साथ ही उसकी बरामदगी पर ईनाम रखना भी बड़ा मुद्दा बन गया है। चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन जेएस सुहाग ने जांच बैठा दी है। उन्होंने कहा कि डिप्टी डायरेक्टर को इस तरह बाघिन पर ईनाम रखने का अधिकार नहीं है। ये पूरी तरह गलत और वाइल्ड लाइफ एक्ट के खिलाफ है। मामले की जांच कराई जा रही है।