उत्तराखंड श्रीनगर गढ़वालSanjay Sharma Darmoda talks to media

उत्तराखंड: गौरक्षा महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष का विरोधियों पर निशाना..धार्मिक मामलों में न हो राजनीति

भारतीय गौरक्षा महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा दरमोड़ा ने कहा कि प्रदेश में जो सामाजिक संस्थाएं पहाड़ियों की सेवा में जुटी हैं, उन पर सवाल खड़े करना सही नहीं है।

Sanjay Sharma Darmoda: Sanjay Sharma Darmoda talks to media
Image: Sanjay Sharma Darmoda talks to media (Source: Social Media)

श्रीनगर गढ़वाल: देश में धार्मिक कार्यों पर सवाल उठाना फैशन सा बन गया है। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता और भारतीय गौरक्षा महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा दरमोड़ा इससे बेहद आहत हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जो सामाजिक संस्थाएं पहाड़ियों की सेवा में जुटी हैं, उन पर सवाल खड़े करना सही नहीं है। रुद्रप्रयाग जिले में पिछले तीन साल से मां धारी की डोली यात्रा निकाली जा रही है। हंस फाउंडेशन गरीब, असहाय और निर्धन लोगों की मदद में जुटा है, लेकिन कुछ लोग इस पर भी विरोध दर्ज करा रहे हैं। यही नहीं रामजन्म भूमि निर्माण में किए गए सहयोग पर भी विरोधियों ने सवाल उठाए। उत्तराखंड देवभूमि है। यहां के मठ-मंदिरों पर राजनीति करना धर्म के खिलाफ है। अधिवक्ता संजय शर्मा दरमोड़ा की गिनती सूबे के वरिष्ठ समाजसेवियों में होती है। पहाड़ और पहाड़ियों के हित के लिए वो हमेशा से अग्रिम पंक्ति में खड़े रहे, लेकिन इन दिनों उत्तराखंड में मठ-मंदिरों के नाम पर जिस तरह की राजनीति हो रही है, उससे वो बेहद आहत हैं। संजय शर्मा दरमोड़ा ने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए देवभूमि के मठ-मंदिरों की छवि धूमिल किए जाने का प्रयास किया जा रहा है। हम पिछले तीन सालों से मां धारी देवी की डोली यात्रा का आयोजन कर रहे हैं। इस साल 3 फरवरी से डोली यात्रा का शुभारंभ किया गया। डोली यात्रा का आयोजन क्षेत्र की खुशहाली के लिए किया जाता है। इस बार भी ऐसा ही किया गया, लेकिन कुछ लोग इस धार्मिक अनुष्ठान को राजनीति का नाम दे रहे हैं। इनका कहना है कि डोली यात्रा पहले तो कभी नहीं निकाली गई। जबकि क्षेत्र में पिछले तीन साल से डोली यात्रा का आयोजन हो रहा है।

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समाजसेवी संजय शर्मा दरमोड़ा ने कहा कि मेरा मकसद असहाय और निर्धन लोगों की मदद करना है। हंस फाउंडेशन की मदद से रुद्रप्रयाग क्षेत्र में लोगों की मदद की जा रही है, लेकिन कुछ लोगों को ये रास नहीं आ रहा। ये लोग नहीं चाहते कि क्षेत्र का विकास हो। ऐसे लोग धर्म के साथ-साथ समाज के भी विरोधी हैं। क्षेत्र में होने वाले सामाजिक कार्यों पर भी अंगुली उठाई जा रही है। कोरोना काल में हंस फाउंडेशन की मदद से 6200 परिवारों को राशन मुहैया कराया गया। मरीजों के लिए फाउंडेशन ने हाईटेक एंबुलेंस दान की। गरीब बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए भी मदद की गई। बेरोजगारों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से रोजगार से जोड़ा गया। बीजेपी नेता संजय शर्मा दरमोड़ा ने कहा कि क्षेत्र में लगातार सामाजिक कार्य किए जा रहे हैं, लेकिन कुछ लोग सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल कर उनका मनोबल तोड़ना चाहते हैं। ऐसे लोगों से बचने और उन्हें सबक सिखाने की जरूरत है।