अल्मोड़ा: अल्मोड़ा के ताड़ी खेत ब्लॉक के चमड़ खान क्षेत्र में एक बुजुर्ग को मारने वाले गुलदार को वन विभाग में आदमखोर घोषित कर दिया है। डीएफओ महातिम सिंह यादव के आदेश पर वन्यजीव प्रतिपालक ने उसे इंसानों के लिए खतरनाक मानते हुए उससे निपटने की अनुमति दे दी है। इधर डीएफओ ने परिस्थितियों का मुआयना कर विभागीय टीम को गश्त पर लगा दिया है। बता दें कि ताड़ी खेत ब्लॉक के चमड़ खान क्षेत्र में 60 वर्षीय बुजुर्ग रघुवर दत्त पंत को गुलदार ने घर से कुछ ही दूर अपना निवाला बना लिया था और उनको मौत के घाट उतार दिया था। घटना के समय वह अपने बड़े बेटे प्रकाश के साथ बाजार से वापस लौट रहे थे। जब गुलदार ने उनके ऊपर हमला किया और उनको मार डाला। गुलदार उनको घसीट कर 500 मीटर दूर ले गया। जब बेटे ने चीख-पुकार की तब ग्रामीण वहां आए और उन्होंने गुलदार के चंगुल से वृद्ध को बचाने का प्रयोग किया मगर तबतक बहुत देर हो चुकी थी और गुलदार के हमले से वे दम तोड़ चुके थे। घटना के बाद से ही उनके घर में कोहराम मचा हुआ है। ग्रामीणों के बीच भी खौफ पसरा हुआ है।
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वहीं सोमवार को डीएफओ महातिम ने घटना स्थल का मुआयना किया। उनके आदेश के बाद वन्यजीव प्रतिपालक ने गुलदार को खतरनाक घोषित कर उससे निपटने की अनुमति दे दी। डीएफओ के अनुसार आदमखोर गुलदार को पहले कैद करने का प्रयास किया जाएगा। ऐसा न होने की दशा में शिकारियों को गुलदार को मारने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। " उन्होंने हिंसक गुलदार को मानव जीवन के लिए खतरा घोषित किया गया है। उन्होंने बताया गांव में एक पिंजरा लगा दिया गया है। इसी के अलावा दो और पिंजरे मंगाए हैं। रानीखेत वन प्रभाग के साथ ही मृदा संरक्षण से विशेषज्ञ कर्मचारियों को गश्त पर लगाया है। मृतक के परिजनों को कुल 4 लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा। फिलहाल 50 हजार का मुआवजा दे दिया है। शेष 3.50 लाख रसप्ताह भर में दे दिए जाएंगे।