उत्तराखंड देहरादूनTirath Singh Rawat Uttarakhand Leadership Change

क्या उत्तराखंड में फिर होगा नेतृत्व परिवर्तन? जल्द हो सकता है बहुत बड़ा फैसला

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को गुरुवार की शाम देहरादून लौटना था, लेकिन अचानक उनकी वापसी का कार्यक्रम टल गया। अब उत्तराखंड से जुड़े सियासी फैसले को लेकर सबकी निगाहें दिल्ली पर लगी हैं।

Tirath Singh Rawat Delhi: Tirath Singh Rawat Uttarakhand Leadership Change
Image: Tirath Singh Rawat Uttarakhand Leadership Change (Source: Social Media)

देहरादून: पौड़ी गढ़वाल से सांसद तीरथ सिंह रावत को अगर मुख्यमंत्री बने रहना है तो उन्हें 10 सितंबर से पहले विधायक बनना होगा। मुख्यमंत्री ने ये तो कहा है कि वो उप चुनाव लड़ेंगे, लेकिन कहां से और कब, ये अब भी राज बना हुआ है। उप चुनाव की चर्चा के बीच बीते बुधवार को सांसद तीरथ सिंह रावत को अचानक दिल्ली बुला लिया गया। वहां उनकी आधी रात को गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात हुई। सूत्रों के मुताबिक मुलाकात लगभग एक घंटा चली। इसके बाद सीएम दिल्ली स्थित अपने आवास पर लौट गए, लेकिन मुलाकात में क्या बातें हुईं, ये किसी को मालूम नहीं। इस तरह सत्तारूढ़ बीजेपी से जुड़े अहम सियासी फैसले दिल्ली दरबार में अटके हुए हैं। सबकी निगाहें दिल्ली पर लगी हैं। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को बृहस्पतिवार की शाम देहरादून लौटना था, लेकिन अचानक उनकी वापसी का कार्यक्रम टल गया।

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चर्चा यह भी है कि दो-तीन दिन में पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व जल्द ही कोई बड़ा फैसला ले सकता है। इस बड़े फैसले को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं। यह बड़ा फैसला क्या है, इस पर कोई भी खुलकर नहीं बोल रहा। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी इस वक्त काफी सक्रिय हैं। कुमाऊं दौरे से लौटने पर दून में उनके जोरदार स्वागत समारोह की पार्टी में खूब चर्चा है। बता दें कि सीएम तीरथ को सितंबर से पहले उपचुनाव लड़ना है, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण निर्वाचन आयोग द्वारा उप चुनावों पर रोक से असमंजस की स्थिति बनी हुई है। मुख्यमंत्री को दिल्ली में रोके रखने से यह जाहिर है कि तीरथ के मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए जरूरी विधानसभा उप चुनाव में कोई पेंच फंस रहा है। इसे सुलझाने के लिए बीजेपी हाईकमान उप चुनाव से लेकर नेतृत्व में बदलाव जैसे तमाम विकल्पों पर विचार कर रहा है।