उत्तराखंड रुद्रप्रयागFIR against 14 people who got jobs with fake documents in Rudraprayag

रुद्रप्रयाग: फर्जी दस्तावेजों से नौकरी पाने वाले 14 शिक्षकों पर FIR..SIT जांच में खुलासा

एसआईटी की जांच में 14 शिक्षकों के दस्तावेज फर्जी पाए गए। अब इन सभी के खिलाफ विभाग की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है।

Rudraprayag News: FIR against 14 people who got jobs with fake documents in Rudraprayag
Image: FIR against 14 people who got jobs with fake documents in Rudraprayag (Source: Social Media)

रुद्रप्रयाग: सरकारी नौकरी में आराम है और रुआब भी। उस पर अगर नौकरी शिक्षक ही हो तो मौज ही मौज समझो। रुद्रप्रयाग में शिक्षक के पद पर काम कर रहे 14 शिक्षक भी ये बात जानते थे। सरकारी नौकरी हासिल करने के लिए इन्होंने फर्जी दस्तावेज बनाए और जॉब हासिल कर ली, लेकिन कहते हैं न शॉर्टकर्ट हमेशा काम नहीं आते। इनके काम भी नहीं आए। शिक्षकों का फर्जीवाड़ा जांच में पकड़ा गया और अब इन सभी 14 शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक जिन शिक्षकों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है, उनमें कांति प्रसाद राप्रावि जैली, संगीता बिष्ट राप्रावि कैलाशनगर, मोहन लाल राप्रावि सारी, महेंद्र सिंह राप्रावि लुखंद्री, राकेश सिंह राप्रावि धारतोन्दला, माया सिंह राप्रावि जयकंडी, विरेंद्र सिंह जनता जूनियर हाईस्कूल जखन्याल, विजय सिंह राप्रावि भुनाल गांव, जगदीश लाल राप्रावि जौला, राजू लाल राप्रावि जग्गीबगवान, संग्राम सिंह राप्रावि स्यूर बरसाल, मलकराज सिंह राप्रावि जगोठ, रघुवीर सिंह जूनियर हाईस्कूल जखन्याल और महेंद्र सिंह राप्रावि रायडी शामिल हैं।

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ये सभी शिक्षक रुद्रप्रयाग जिले में सेवाएं दे रहे थे। आरोप है कि इनमें से ज्यादातर लोगों ने मेरठ के एक कॉलेज से फर्जी तरीके से बीएड की डिग्री हासिल की थी। गृह विभाग के आदेश पर एसआईटी राज्य में फर्जी दस्तावेजों के जरिए नौकरी पाने वाले शिक्षकों की जांच कर रही है। इसी कड़ी में रुद्रप्रयाग जिले के 14 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई हुई है। वहीं बात करें पूरे प्रदेश की तो अब तक 80 शिक्षकों के दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं, जिनके खिलाफ विभिन्न थानों में मुकदमे दर्ज हैं। अपर पुलिस अधीक्षक सीआईडी लोकजीत सिंह के अनुसार एसआईटी ने वर्ष 2012 से 16 तक नियुक्त 9602 शिक्षकों के दस्तावेजों को जांच के दायरे में लिया है। इनमें से अब तक 35,722 दस्तावेजों की जांच हो चुकी है, जबकि 28,919 दस्तावेज चेक किए जाने बाकी हैं।