उत्तराखंड हल्द्वानीThe story of Pushpa and Meera from Haldwani

हल्द्वानी की पुष्पा और मीरा के संघर्ष को सलाम, केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने दिया खास सम्मान

ग्रामीण विकास मंत्रालय की तरफ से लांच की गई देश की 75 आत्मनिर्भर महिलाओं की किताब में हल्द्वानी के एकता स्वयं सहायता समूह को भी जगह मिली है।

Haldwani Pushpa: The story of Pushpa and Meera from Haldwani
Image: The story of Pushpa and Meera from Haldwani (Source: Social Media)

हल्द्वानी: सफलता हासिल करने की चाह हो तो हमें हर कदम का महत्व समझना होगा। अब हल्द्वानी की रहने वाली पुष्पा और मीरा को ही देख लें। कोरोना काल में जब लोग अपनी जॉब गंवा रहे थे, हर तरफ अनिश्चितता दिख रही थी, उस मुश्किल वक्त में इन दोनों महिलाओं ने अपने स्वयं सहायता समूह के माध्यम से एक नई शुरुआत की। दोनों ने एकता स्वयं सहायता समूह की स्थापना कर कोविड सेंटर में भर्ती मरीजों के लिए कैंटीन का संचालन शुरू किया। मरीजों के साथ-साथ प्रशासन ने भी इन महिलाओं के काम को सराहा और अब ग्रामीण विकास मंत्रालय ने इन्हें खास सम्मान से नवाजा है। मंत्रालय की तरफ से लांच की गई देश की 75 आत्मनिर्भर महिलाओं की किताब में हल्द्वानी के एकता स्वयं सहायता समूह को भी जगह मिली है। पीएम मोदी ने इस किताब को लांच किया। एकता समूह का संचालन पुष्पा और मीरा करती हैं।

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कोरोना की दूसरी लहर में सुशीला तिवारी अस्पताल के अलावा कई अन्य जगहों को कोविड सेंटर बनाया गया था। मोटाहल्दू में बनाए गए सेंटर में भी बड़ी संख्या में मरीज भर्ती थे। इनके लिए खाना बनाने की जिम्मेदारी हल्द्वानी के फत्ताबंगर स्थित एकता स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को दी गई थी। इन महिलाओं ने अपनी जिम्मेदारी को शानदार तरीके से निभाया और संक्रमण के खतरे के बावजूद बिना डरे खाने की सप्लाई जारी रखी। समूह की स्थापना का श्रेय पुष्पा पठानी को जाता है। जो इसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही हैं। पुष्पा बताती हैं कि वो और मीरा सुबह होते ही मरीजों के लिए भोजन बनाने में जुट जाया करती थीं। मिलनसार स्वभाव और काम में निपुण होने की वजह से मरीजों ने भी इनके लिए अच्छा फीडबैक दिया, और इस तरह उनकी कहानी ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा तैयार की गई किताब का हिस्सा बन गई। आत्मनिर्भर महिलाओं की किताब में पुष्पा और मीरा के संघर्ष को 34वें नंबर पर जगह मिली है। ग्रामीण विकास मंत्रालय की तरफ से मिले प्रोत्साहन से एकता समूह से जुड़ी महिलाएं बेहद उत्साहित हैं।