नैनीताल: दीक्षा मर्डर केस में उत्तराखंड पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है। हत्या के आरोपी ऋषभ तिवारी उर्फ इमरान को पुलिस ने गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उसे नैनीताल लेकर आई है, जहां उससे पूछताछ की जा रही है। आरोपी इमरान आखिर ऋषभ तिवारी क्यों बना, और दीक्षा की हत्या के पीछे क्या वजह है, इन सभी पहेलियों से आज पर्दा उठेगा। 31 साल की दीक्षा मिश्रा नोएडा में रहती थी। 14 अगस्त को वो प्रेमी ऋषभ तिवारी और दो अन्य दोस्तों संग नैनीताल घूमने पहुंची थी। 15 अगस्त को बर्थ डे पार्टी के बाद दीक्षा की हत्या कर दी गई। वो नग्न अवस्था में बिस्तर पर मृत पाई गई थी। पुलिस की जांच आगे बढ़ी तो दीक्षा के परिजनों ने बताया कि ऋषभ तिवारी का असली नाम इमरान है। दीक्षा रियल एस्टेट कंपनी मे अधिकारी थी, जबकि इमरान कबाड़ी का काम करता था। नैनीताल पुलिस की चार टीमें इमरान की तलाश में जुटी हुई थीं। मंगलवार देर रात नैनीताल पुलिस को सफलता मिल गई। हत्यारोपी को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया है।
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आरोपी की गिरफ्तारी के लिए सोमवार देर रात एक टीम यूपी भेज दी गई थी। मंगलवार को एसओजी समेत तीन अन्य टीमों को पश्चिमी यूपी क्षेत्र में भेजा गया। चारों टीमें दीक्षा के फ्लैट से लेकर अन्य स्थानों पर दबिश देती रहीं, लेकिन इमरान पुलिस को छकाता रहा। मंगलवार रात पुलिस उसे पकड़ने में कामयाब रही। बता दें कि दीक्षा अपने पति से अलग रह रही थी। वहीं जांच में पता चला है कि ऋषभ उर्फ इमरान भी पत्नी को छोड़कर दीक्षा के साथ रह रहा था। दोस्तों ने दीक्षा और इमरान के शादी कर लेने की बात भी कही है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इमरान अपना परिवार छोड़ दीक्षा के लिए ही ऋषभ बना था। ऐसे कई सवाल हैं, जिनका जवाब आज मिलने की उम्मीद है। आज होने वाली पत्रकार वार्ता में पुलिस दीक्षा मर्डर केस का खुलासा करने वाली है। फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है।