चमोली: उत्तराखंड में इस वक्त जगह जगह मौसम का कहर देखने को मिल रहा है। कहीं बादल फटने से हाहाकार मच रहा है, कहीं भूस्खलन बार बार डरा रहा है, कहीं सड़कें बंद हैं, तो कहीं पानी की लहरें विकराल रूप ले रही हैं। वहीं चमोली जिले के नारायणबगड़ में एक बार फिर से बादल फटने की वजह से भारी तबाही हुई है बीते दिन भारी बारिश के चलते नारायणबगड़ के पास स्थित पहाड़ी में हुए जबरदस्त भूस्खलन के कारण बारिश के पानी ने विकराल रूप धारण कर लिया जिससे सारा मलबा नारायणबगड़ में स्थित कुछ दुकानों और घर के अंदर समा गया इस दौरान कई लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई। गनीमत है की किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है वहीं, फिलहाल बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे। बता दें की भारी बारिश की संभावनाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने पूरे प्रदेश के लिए बुधवार से शनिवार तक के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया है.
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बीते मंगलवार को गोपेश्वर से 90 किलोमीटर दूर नारायणबगड़ कस्बे के पास बदल फटने की घटना सामने आयी स्थानीय निवासी कमला देवी ने बताया कि वो घर में सो रही थी की तभी तेज गड़गड़हाट की आवाज से उनकी नींद खुल गयी और जब उन्होंने बहार निकल कर देखा तो पास की नदी में बाढ़ जैसा सैलाब नजर आया उन्होंने समय न गवांते हुए परिजनों को तत्काल घर छोड़ने के लिए कहा इस बीच अन्य लोग भी बाहर निकल आए और जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थान की ओर भाग गए और कुछ ही देर में देखते ही देखते मलबा उनके घरों में घुस गया गनीमत रही की समय रहते लोगों ने घर खली कर दिए नहीं तो कोई बड़ी अनहोनी हो सकती थी वहीं इस बीच सड़क पर खड़े कुछ वाहन भी मलबे की चपेट में आ गए मौके पर घटनास्थल का जायजा लेने पहुंचे प्रशासन की टीम ने बताया की एक प्राइमरी हेल्थ सेंटर, एक दर्जन दुकानों और छह माकन पूरी तरह ध्वस्त हो गए वहीं, प्रभावितों को नारायणबगड़ के इंटर कॉलेज में ठहराया गया है