हल्द्वानी: बागेश्वर जिले से एक बुरी खबर सामने आ रही है.... बागेश्वर जिले के कफलानी नाचनी कपकोट निवासी 20 वर्षीया नेशनल बॉक्सर और कुमाऊं विश्वविद्यालय की छात्रा हेमलता दानू की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई है। मौत का कारण पता नहीं चल पाया है। हेमा दानू हल्द्वानी में एमबीपीजी कॉलेज की एमए की द्वितीय सेमेस्टर की छात्रा थी। वह हल्द्वानी में अपने ननिहाल में रहकर पढ़ाई कर रही थी। परिजनों ने बताया कि वह हाल ही में खटीमा में मैच के हारने से तनाव में चल रही थी। उसका कहना था कि गलत अंपायरिंग के चलते वह मैच हारी है। परिजनों का कहना है कि हेमा ने तनाव के चलते आत्महत्या की है। हालांकि मृत्यु किस कारण से हुई है यह अभी तक पता नहीं लग सका है। पुलिस ने हेमा दानू का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण का पता लग पाएगा। महज 20 वर्ष की हेमलता दानू की आकस्मिक मृत्यु से पूरे कपकोट में शोक की लहर छा गई है। लोगों ने हेमलता की मृत्यु के लिए जिम्मेदार लोगों के ऊपर सख्त कार्यवाही करने की मांग की है।
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पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर हेमा दानू के परिजनों ने बताया कि मैच हारने के बाद वह तनाव में थी। गलत अंपायरिंग के कारण वह मैच हारी थी। तबसे ही वह परेशान चल रही थी और इसी वजह से उसने जहर खा लिया था। एमबीपीजी कॉलेज के क्रीड़ा प्रभारी डॉ. पुष्कर गौड़ ने बताया कि हेमलता ने कुमाऊं विश्विद्यालय की ओर से आयोजित अंतर विश्वविद्यालयी नेशनल बॉक्सिंग प्रतियोगिता में भाग लिया था जिसमें वह हार गई थी और तबसे ही तनाव में थी। बागेश्वर जिले के कफलानी नाचनी कपकोट निवासी कृपाल सिंह की 20 साल की बेटी हेमलता कुमाऊं विश्वविद्यालय की नेशनल बॉक्सर थी। वह यहां छड़ायल स्थित ननिहाल में रहती थी। 10 सितंबर को खटीमा में हुई प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में हार गई थी। रविवार को उसकी हालत बिगड़ने लगी तो उसे नैनीताल रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां इलाज के दौरान रविवार देर रात डेढ़ बजे उसने दम तोड़ दिया।
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पहाड़ की उभरती हुई बॉक्सर हेमलता दानू इतनी कम उम्र में दुनिया से चली जाएगी यह किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था। हेमलता ने 2016 में कोटद्वार में आयोजित राज्य स्तरीय मैच में स्वर्ण पदक अर्जित किया था। 2018 में उसने हरियाणा में आयोजित राष्ट्रीय स्तर के मैच में रजत पदक जीता था। बॉक्सर हेमलता दानू उभरती हुई बॉक्सर थी। हेमा ने कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर प्रदेश और जिले का नाम रोशन किया था। उनके निधन से कपकोट क्षेत्र में शोक की लहर छा गई है। एमबीपीजी कॉलेज में भी शोकसभा कर हेमलता को श्रद्धांजलि दी गई। सेवानिवृत्त फौजी कृपाल सिंह दानू की सबसे बड़ी संतान हेमा की प्रारंभिक पढ़ाई कपकोट हाईस्कूल से हुई। हेमा ने कक्षा 6 से कक्षा 12 तक की पढ़ाई विवेकानंद इंटर कॉलेज हिचौड़ी (कपकोट) से हासिल की। इसके बाद वह पढ़ाई के लिए हल्द्वानी चली गईं। हेमा के छोटे दो भाई और एक बहन है। उनके निधन से समस्त क्षेत्र में शोक की लहर छा गई है और उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। हेमलता की मौत के बाद कपकोट के निवासी मैच के परिणाम की जांच को लेकर मांग कर रहे हैं और पुलिस से जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्यवाही की मांग भी कर रहे हैं। लोगों ने पुलिस से मामले की गहनता से जांच की मांग की है। पुलिस ने हेमलता दानू का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। रिपोर्ट आने के बाद पुलिस आगे की कार्यवाही करेगी।