उत्तराखंड देहरादूनDehradun dm fine 3 lakb rupees on contractor

देहरादून DM राजेश ने की बड़ी कार्रवाई, सड़क खोदकर छोड़ने वाले कांट्रेक्टर पर 3 लाख का जुर्माना

कांट्रेक्टर को जुर्माने की रकम में से एक लाख की राशि जिलाधिकारी देहरादून के खाते में जमा करानी होगी। वहीं, दो लाख रुपये गड्ढों के कारण हुई दुर्घटना में घायल शारदानंद उनियाल को देने होंगे।

Dehradun dm rajesh kumar: Dehradun dm fine 3 lakb rupees on contractor
Image: Dehradun dm fine 3 lakb rupees on contractor (Source: Social Media)

देहरादून: देहरादून में स्मार्ट सिटी के नाम पर जगह-जगह खोदी गई सड़कें लोगों का दर्द बढ़ा रही हैं। कांट्रेक्टर सड़कों को खोदकर खुला छोड़ देते हैं, जिससे आए दिन हादसे हो रहे हैं। अब ऐसे लापरवाह कांट्रेक्टरों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। देहरादून जिलाधिकारी ने स्मार्ट सिटी कांट्रेक्टर पर तीन लाख रुपये का जुर्माना लगाकर लापरवाह ठेकेदारों को सुधर जाने का अल्टीमेटम दिया है। सड़क खोदकर छोड़ देने वाले कांट्रेक्टर से जुर्माने के तौर पर तीन लाख रुपये वसूले जाएंगे। इसमें से एक लाख की राशि कांट्रेक्टर को जिलाधिकारी देहरादून के खाते में जमा करानी होगी। वहीं, दो लाख रुपये गड्ढों के कारण हुई दुर्घटना में घायल शारदानंद उनियाल को देने के निर्देश दिए गए हैं। जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार ने कहा कि इस फैसले से सड़क खोदकर छोड़ने वालों को सबक मिलेगा। राजधानी में कई सड़कों की हालत खराब है। कई सड़कों को पेयजल और सीवर लाइन बिछाने के लिए खोदा गया था। उनकी ठीक से मरम्मत नहीं हुई है।

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डीएम ने कहा कि क्योंकि, सड़क पर एक छोटी सी दुर्घटना से किसी की जान भी जा सकती है, इसलिए सड़कों के मामले में लापरवाही करने वालों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। आपको बता दें कि बलबीर रोड पर हुई दुर्घटना के बाद 18 सिंतबर को घटनास्थल का निरीक्षण किया गया था। जांच के दौरान जल संस्थान, पीडब्ल्यूडी, स्मार्ट सिटी के अधिकारी, प्रतिनिधि और कांट्रेक्टर फर्म मै. आरजी गुरुनाम कंपनी के प्रतिनिधि, विधायक खजान दास व अन्य से दुर्घटना के संबंध में विस्तार से जानकारी ली गई। इस दौरान पता चला कि कांट्रेक्टर कंपनी ने मानकों के अनुसार काम नहीं किया। कांट्रेक्टर ने मनमाने ढंग से खोदाई की और सड़कें ठीक भी नहीं की। गड्ढे होने के बावजूद बैरिकेडिंग भी नहीं की गई। इसके कारण 10 लोग घायल हुए। घायलों में शारदानंद उनियाल भी शामिल हैं, उनके दोनों हाथ फ्रैक्चर हो गए थे। जिलाधिकारी ने कांट्रेक्टर फर्म को शारदानंद उनियाल के इलाज के लिए दो लाख रुपये की धनराशि देने के निर्देश दिए हैं।