नैनीताल: बीते जुलाई में उत्तराखंड के एक युवक के धर्मांतरण और फिर घर वापसी का मामला खूब चर्चा में रहा। नैनीताल के तल्लीताल क्षेत्र में रहने वाले नितिन पंत को दूसरे समुदाय के कुछ लोगों ने बहला-फुसलाकर मुस्लिम बनने के लिए मजबूर किया। नितिन पंत का जबरन धर्म परिवर्तन करा कर उसे अली हसन बना दिया गया। बाद में उसे इस्लाम के तौर तरीके सिखाए गए, साथ ही उस पर हिंदू लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराने का दबाव बनाया जाने लगा। जुलाई में नितिन की सहारनपुर में हिंदू धर्म में वापसी हो गई। अब नितिन पंत ने एक आरोपी मौलाना कलीम सिद्दीकी के खिलाफ पुलिस में नामजद तहरीर सौंपी है। मौलाना कलीम सिद्दीकी वही शख्स है, जिसे यूपी एटीएस ने विदेशी फंडिंग के साथ धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार किया है। नितिन पंत का कहना है कि मौलाना कलीम ने ही उसका धर्मांतरण करवाया और उसे इस्लाम के तौर-तरीके सिखाने के साथ उसे हिंदू लड़कियों का धर्मातरण कराने का काम सौंपा। मौलाना कलीम ने उसे एक समुदाय के खिलाफ भड़काया था। नैनीताल का नितिन नौकरी के लिए राजस्थान गया था। वहां उसे लालच देकर उसका धर्मांतरण करा दिया गया। नितिन का कहना है कि मौलाना कलीम ने ही फुलत के मदरसे में उसे बरगलाया था। उसे कहा गया था कि वह हिंदू लड़कियों को बहला-फुसलाकर लाए और उनका भी धर्म परिवर्तन कराए। इसके एवज में पैसे देने की भी बात कही थी। खैर जुलाई में नितिन किसी तरह आरोपियों के चंगुल से बच निकला। बाद में उसका सहारनपुर में शुद्धिकरण किया गया। अब नितिन ने मौलाना कलीम सिद्दिकी के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है।
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