उत्तराखंड नैनीतालNainital packed with tourists

उत्तराखंड: सैलानियों से खचाखच हुआ, नैनीताल 3 दिन में करीब 10 करोड़ का कारोबार

इस वीकेंड करीब 40 हजार सैलानी सरोवर नगरी की सैर पर पहुंचे, जिससे कारोबारियों के चेहरे खिल उठे। बीते तीन दिनों में यहां पर्यटकों की भारी भीड़ देखने को मिली।

Nainital tourism: Nainital packed with tourists
Image: Nainital packed with tourists (Source: Social Media)

नैनीताल: कोरोना का कहर थमते ही पर्यटक स्थलों की रौनक लौट आई है। चारधाम यात्रा का संचालन शुरू हो गया है। मसूरी-नैनीताल जैसे शहर भी पर्यटकों से गुलजार नजर आ रहे हैं। पर्यटकों की बढ़ती तादाद से कारोबारी भी खुश हैं। इस बार भी वीकेंड पर पर्यटकों की अच्छी अवाजाही के चलते नैनीताल के कारोबारियों ने अच्छा कारोबार किया है। इस वीकेंड करीब 40 हजार सैलानी सरोवर नगरी की सैर पर पहुंचे, जिससे कारोबारियों के चेहरे खिल उठे। बीते तीन दिनों में यहां पर्यटकों की भारी भीड़ देखने को मिली। अधिकांश होटल 80 प्रतिशत तक भरे रहे। दुकानों, रेस्टोरेंट्स, होटल और टैक्सी संचालन से जुड़े व्यवसायियों ने भी पर्यटकों की बढ़ती तादाद पर खुशी जताई। एक न्यूज़ रिपोर्ट के मुताबिक इस वीकेंड नैनीताल में करीब 10 करोड़ से ज्यादा का कोराबार होने का अनुमान लगाया जा रहा है। मौजूदा वक्त में ज्यादातर पर्यटक वन-डे विजिटर होते हैं। केवल आस-पास से आए लोग ही दो दिन तक ठहरते हैं, हालांकि इस दौरान होटल में बुकिंग मिलना भी काफी मुश्किल होता है।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - उत्तराखंड: अल्मोड़ा के लोग सावधान, सड़क पर बेखौफ घूम रहा गुलदार..देखिए वीडियो
कोरोना काल में पर्यटन संबंधी सभी गतिविधियों पर ब्रेक लग गया था। अब जबकि पाबंदियां हटने लगी हैं तो लोग शहरों के दमघोंटू माहौल से निकल कर पहाड़ी वादियों में सुकून के पल बिता रहे हैं। हालांकि पर्यटकों की बढ़ती भीड़ के चलते नैनीताल के हल्द्वानी, भीमताल और कालाढूंगी समेत अन्य मार्गों पर अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। जाम से आम लोगों को परेशानी हो रही है, लेकिन पर्यटन उद्योग से जुड़े कारोबारी खुश हैं। छोटे कारोबारियों का कारोबार भी चल निकला है, जिससे उनकी आय में इजाफा हो रहा है। राज्य में पर्यटन संबंधी गतिविधियों का बढ़ना अच्छा संकेत है, लेकिन कोरोना को लेकर सतर्कता भी बरतनी होगी। बीते दिन 5 कोरोना पॉजिटिव पर्यटकों के नैनीताल पहुंचने की खबर थी। इस तरह की घटनाएं प्रदेशवासियों के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकती हैं।

ये भी पढ़ें: