उत्तराखंड हरिद्वारIas Deepak rawat may take another position

उत्तराखंड: कौन लेगा IAS दीपक रावत की जगह? रिप्लेसमेंट की तैयारी शुरू!

ऊर्जा निगम में आईएएस दीपक रावत की तैनाती शुरू से ही विवादों में रही है। बताया जाता है कि आईएएस दीपक रावत इस जिम्मेदारी के मिलने से खुश नहीं हैं।

Ias Deepak rawat: Ias Deepak rawat may take another position
Image: Ias Deepak rawat may take another position (Source: Social Media)

हरिद्वार: यूपीसीएल और पिटकुल को जल्द ही स्थायी प्रबंध निदेशक मिल सकता है। इस पद पर फिलहाल आईएएस दीपक रावत सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन अब उनके रिप्लेसमेंट की तैयारी शुरू हो गई है। एक न्यूज़ रिपोर्ट में छपी खबर के मुताबिक उनकी जगह इस पद पर किसी अन्य अधिकारी की स्थायी नियुक्ति हो सकती है.. खबर में यह भी जानकारी दी गई है कि एमडी पद के लिए इंटरव्यू भी शुरू हो गए हैं। उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड और पिटकुल के प्रबंध निदेशक के तौर पर आईएएस दीपक रावत की तैनाती शुरू से ही असमंजस में रही है। आईएएस दीपक रावत देश के सबसे चर्चित आईएएस अफसरों में से एक हैं। वो पहले कुंभ मेलाधिकारी के पद पर सेवाएं दे रहे थे। बाद में उन्हें ऊर्जा निगम का प्रबंध निदेशक बना दिया गया। तब कहा गया था कि दीपक रावत इस नई जिम्मेदारी के मिलने से खुश नहीं हैं। उन्होंने पदभार ग्रहण करने में पूरे एक हफ्ते का वक्त लगाया। कहा तो ये भी गया कि ऊर्जा मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत भी उन्हें ऊर्जा निगम में प्रबंध निदेशक बनाए जाने से नाराज हैं।

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लंबे वक्त से उन्हें प्रबंध निदेशक के पद से हटाये जाने की चर्चा हो रही है। न्यूज़ रिपोर्ट में छपी खबर के मुताबिक अब पता चला है कि यूपीसीएल और पिटकुल के प्रबंध निदेशक पद के लिए इंटरव्यू शुरू हो गए हैं। इस पद पर फिलहाल आईएएस दीपक रावत नियुक्त हैं, लेकिन यहां पर स्थायी प्रबंध निदेशक को लाने के लिए प्रॉसेस शुरू किया गया है। बता दें कि नियम के तहत इन दोनों ही निगमों में किसी इंजीनियर की तैनाती हो सकती है, इसलिए अब इंटरव्यू की प्रक्रिया शुरू हुई है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही किसी इंजीनियर को प्रबंध निदेशक की जिम्मेदारी मिल सकती है। प्रबंध निदेशक पद के लिए इंटरव्यू शुरू होने के बाद आईएएस दीपक रावत प्रबंध निदेशक बने रहेंगे या नहीं इस पर सवाल उठ खड़ा हुआ है। इस मामले में ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत कहते हैं कि वो खुद भी नियमित एमडी नियुक्त करने के पक्ष में हैं, और इसके लिए प्रक्रिया को शुरू किया गया है।