उत्तराखंड देहरादूनMale report given to pregnant woman in Doon Medical College

देहरादून: अस्पताल ने गर्भवती महिला को थमा दी पुरुष की रिपोर्ट, सोचिए फिर क्या हुआ होगा...

दून मेडिकल अस्पताल (doon medical college negligence) का पैथोलॉजी डिपार्टमेंट अपने काम को लेकर इतना लापरवाह है, जिसकी कोई हद नहीं।

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Image: Male report given to pregnant woman in Doon Medical College (Source: Social Media)

देहरादून: राजकीय दून मेडिकल अस्पताल। प्रदेश के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक। पहाड़ के अस्पतालों से जब मरीज को टरका दिया जाता है, तो लोग बड़ी आस-उम्मीद के साथ इस अस्पताल में पहुंचते हैं, लेकिन अस्पताल का पैथोलॉजी डिपार्टमेंट अपने काम को लेकर इतना लापरवाह है, जिसकी कोई हद नहीं। पिछले दिनों पैथोलॉजी विभाग की गड़बड़ी से एक गर्भवती को किसी पुरुष की जांच रिपोर्ट थमा दी गई। महिला के पति ने जब घर जाकर जांच रिपोर्ट देखी तो वो दंग रह गए। मामला सामने आने के बाद डॉक्टर ने उन्हें दोबारा जांच की सलाह दी, लेकिन वह इससे संतुष्ट नहीं हुए और चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय में शिकायत की। घटना मंगलवार की है। हाथीबड़कला निवासी युवक ने बताया कि उसकी पत्नी प्रेग्नेंट है। मंगलवार को वो पत्नी को लेकर अस्पताल आया था। यहां अस्पताल के पैथोलॉजी विभाग में महिला ने जांच के लिए सैंपल दिए थे। बुधवार को वो रिपोर्ट लेकर घर आ गए। घर आकर उन्होंने रिपोर्ट चेक की तो सभी हैरान रह गए।

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पहले रिपोर्ट पर नजर पड़ी तो अजीब से टेस्ट की रिपोर्ट सामने आई। घर वालों के पांव तले जमीन खिसक गई। इसके बाद जब रिपोर्ट पर नाम देखा तो उसमें महिला की जगह पुरुष का नाम दर्ज था। युवक फिर पैथोलॉजी विभाग में पहुंचा और अपनी रिपोर्ट मांगी, लेकिन युवक की पत्नी के नाम की जांच रिपोर्ट नहीं मिली। युवक ने जब अस्पताल से मिली रिपोर्ट महिला डॉक्टर को दिखाई तो वो भी हैरान रह गईं। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट में गड़बड़ी होने से उपचार भी गलत हो सकता है। जो जच्चा-बच्चा दोनों के लिए खतरनाक है। वैसे अस्पताल (doon medical college negligence) के पैथोलॉजी विभाग में इस तरह की गड़बड़ी का ये पहला मामला नहीं है। हर दिन रिपोर्ट में गड़बड़ी से जुड़े औसतन चार मामले सामने आ रहे हैं, जिससे मरीजों को परेशानी होती है। इसे लेकर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केसी पंत ने कहा कि वह पूरे मामले की छानबीन कराएंगे। पैथोलॉजी विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को इस तरह की गड़बड़ी रोकने के निर्देश भी दिए गए हैं।