हरिद्वार: मोक्षनगरी हरिद्वार। वो जिला जहां कुंभ में कोरोना टेस्टिंग घोटाला हुआ। इस घोटाले की वजह से प्रदेश सरकार की देश-दुनिया में बदनामी हुई। अब इसी हरिद्वार जिले में स्वास्थ्य विभाग (Haridwar Om Prakash Sharma Coronavirus Vaccine) का एक और कारनामा सामने आया है। यहां स्वास्थ्य विभाग ने एक बुजुर्ग के मोबाइल पर कोरोना वैक्सीन लगने का मैसेज भेज दिया। मैसेज भेजना तो ठीक है, लेकिन जिस बुजुर्ग के मोबाइल पर मैसेज भेजा गया है, वो 7 महीने पहले ही मर चुका है। मोबाइल पर दूसरी डोज लगने का मैसेज आने के बाद मृत ग्रामीण के स्वजन हैरान हैं। मामला लक्सर का है। जहां स्वास्थ्य विभाग ने 7 महीने पहले मर चुके बुजुर्ग को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने का अनोखा कारनामा अंजाम दिया है। जिले में शासन के निर्देश पर कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण का काम तेजी से चल रहा है, लेकिन इसमें भी लापरवाही देखने को मिल रही है।
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यहां मेन बाजार निवासी व्यापारी चंद्रकांत शर्मा ने बताया कि उनके 78 वर्षीय पिता ओमप्रकाश शर्मा को 3 अप्रैल को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगी थी। 19 मई को उनको दूसरे डोज लगनी थी, लेकिन 19 अप्रैल को उनके पिता की मौत हो गई। चंद्रकांत ने बताया कि 18 नवंबर को उनके मोबाइल पर मैसेज आया। जिसमें उनके पिता को वैक्सीन की दूसरी डोज लगने की जानकारी दी गई है। मैसेज पढ़कर वह हैरान रह गए कि आखिर 7 महीने पूर्व स्वर्गवासी हुए उनके पिता को स्वास्थ्य विभाग ने वैक्सीन की दूसरी डोज कैसे लगा दी। इस लापरवाही को लेकर स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं कि बिना वैक्सीन लगवाए वैक्सीनेशन किए जाने के मैसेज क्यों और कैसे जारी किए जा रहे हैं। कोरोना टीकाकरण (Haridwar Om Prakash Sharma Coronavirus Vaccine) से संबंधित अधिकारी इस मामले में गोलमोल जवाब दे रहे हैं। वहीं सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनिल वर्मा ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। मामले की जांच कराई जाएगी।