नैनीताल: उत्तराखंड में जंगली जानवर दहशत का सबब बने हुए हैं. पहाड़ से लेकर मैदान तक ऐसा कोई जिला नहीं, जहां गुलदार के हमले की घटनाएं ना हो रही हों. पहले गुलदार (Leopard Attack Jeolikot Nainital) सिर्फ जंगल के आस-पास के क्षेत्रों में सक्रिय रहते थे, मवेशियों पर हमला करते थे. लेकिन अब गुलदार दिनदहाड़े घनी बस्तियों में दाखिल हो रहे हैं, इंसानों पर हमला कर रहे हैं. अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, पौड़ी, समेत ऐसा कोई जिला नहीं जहां गुलदार के हमले की घटनाएं ना हो रही हों. गुलदार के हमले का ताजा मामला नैनीताल का है. जहां गुलदार ने खेत में काम करने जा रही महिला पर हमला कर दिया. इस हमले में महिला बाल-बाल बच गई. वहीं, आसपास के लोगों के शोर मचाने पर हमलावर गुलदार जंगल की ओर भाग खड़ा हुआ. घटना से क्षेत्र में दहशत है. ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार को पकड़ने की मांग की, ताकि वो चैन से रह सकें. घटना नैनीताल के ज्योलीकोट है जहाँ बीते शाम करीब साढ़े पांच बजे पुष्पा जीना पत्नी चंदन जीना खेत में काम करने जा रही थी. आगे पढ़िए
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इसी दौरान खेतों में छुपे बैठे गुलदार ने पुष्पा पर अचानक हमला कर दिया. इसमें पुष्पा मामूली रूप से घायल हो गई. महिला के चिल्लाने पर आसपास के लोग शोर मचाते हुए गुलदार की ओर दौड़े. जिसके बाद हमलावर गुलदार जंगल की ओर भाग खड़ा हुआ चोपड़ा गांव के प्रधान जीवन सिंह ने बताया की गुलदार गांव में खेल रहे बच्चों पर घात लगाए बैठा था लेकिन बच्चों के आने से पहले ही गुलदार ने महिला पर छलांग लगा दी. जिसमें महिला घायल हो गई. ग्रामीणों ने बताया कि कुछ दिन पहले ज्योलीकोट के ग्राम दांगड में आंगन में खेल रही पांच वर्षीय बच्ची पर गुलदार ने हमला कर दिया था परिजन बच्ची को इलाज के लिए हल्द्वानी ले गए, लेकिन अफसोस की तमाम प्रयासों के बाद भी बच्ची बच नहीं सकी थी क्षेत्र में लगातार बढ़ रही गुलदार के हमले की घटनाओं से लोगों में दहशत का माहौल है. वहीँ स्थानीय लोगों ने वन विभाग से क्षेत्र में शिकारियों की संख्या बढ़ाने व पिंजरा लगवाने की मांग की है वहीं, इस मामले पर क्षेत्रीय डीएफओ टीआर बीजू लाल ने बताया कि महिला पर हुए गुलदार (Leopard Attack Jeolikot Nainital) के हमले की सूचना मिली है. मामले को गंभीरता से लेते हुए वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच चुकी है और गुलदार को पकड़ने के लिए तीन जगहों पर पिंजरा लगाया गया है.