उत्तराखंड देहरादूनCase against aap leader Uma sisodia and 7 others in dehradun

उत्तराखंड: AAP नेता समेत 7 लोगों पर धोखाधड़ी का आरोप, कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज

आप प्रवक्ता उमा सिसोदिया पर एक शख्स के दफ्तर से कुछ चेक चोरी कर उनका गलत इस्तेमाल कर धोखाधड़ी करने का आरोप लगा है।

Aap leader Uma sisodia Case: Case against aap leader Uma sisodia and 7 others in dehradun
Image: Case against aap leader Uma sisodia and 7 others in dehradun (Source: Social Media)

देहरादून: एक तरफ चुनाव की तैयारियां जोर पकड़ रही हैं, तो वहीं प्रदेश में तीसरा सियासी विकल्प बनने का दावा कर रही आम आदमी पार्टी की मुश्किलें कम नहीं हो रहीं। आप नेताओं के पर एक के बाद एक गंभीर आरोप लग रहे हैं। इस बार मामला आम आदमी पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता उमा सिसोदिया से जुड़ा है। एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक देहरादून में शहर कोतवाली पुलिस ने आप प्रवक्ता उमा सिसोदिया समेत 7 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आप प्रवक्ता पर एक शख्स के दफ्तर से कुछ चेक चोरी कर उनका इस्तेमाल कर धोखाधड़ी करने का आरोप लगा है। इस मामले में सीजेएम कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है। चलिए पूरा मामला बताते हैं। शिकायतकर्ता सुभाष भट्ट राजपुर रोड के सालावाला क्षेत्र के रहने वाले हैं। उन्होंने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि वह बिजनेसमैन हैं। उनके शैलेंद्र सिंह और उनकी पत्नी उमा सिसोदिया के साथ घरेलू रिश्ते हैं। उमा आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता हैं। शैलेंद्र सिंह और उमा सिसोदिया एक प्लॉट खरीदना चाहते थे। इसे खरीदने के लिए शैलेंद्र ने 25 अप्रैल 2018 को आरटीजीएस के माध्यम से 41 लाख रुपये सुभाष भट्ट के खाते में ट्रांसफर किए। कुछ दिन बाद शैलेंद्र और उनकी पत्नी उमा को प्लॉट पसंद नहीं आया और उन्होंने अपने रुपये वापस मांगे।

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सुभाष भट्ट ने धनराशि वापस कराने के लिए शैलेंद्र से खाते की जानकारी मांगी तो शैलेंद्र ने धनराशि अपने परिचित नवीन पिरसाली, चंद्रदत्त पिरसाली, विमला देवी और उमा सिसोदिया के भाई अमरीश गौड़ की साझा कंपनी विवान एसोसिएट के बैंक खाते में ट्रांसफर करने को कहा। शैलेंद्र ने सुभाष से कहा कि उन्हें कुछ और पैसों की जरूरत है। तब सुभाष में उक्त कंपनी के खाते में कुल 70 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। कुछ दिन बाद सुभाष भट्ट को वकील के माध्यम से एक नोटिस मिला। जिसमें उनके कुछ चेक बाउंस होने की बात सामने आई। सुभाष ने जब चेक की डिटेल चेक की तो पता चला कि यह चेक साल 2018 के थे, जिनका इस्तेमाल साल 2020 में हुआ। सुभाष का आरोप है कि शैलेंद्र और उनकी पत्नी उमा ने अरिन चौधरी के साथ मिलकर खुद चेक का गलत इस्तेमाल किया। सुभाष का कहना है कि जो चेक आरोपियों ने बैंक में लगाए थे, उसका इस्तेमाल उन्होंने आखिरी बार जुलाई 2018 में किया था। इसके बाद उन्होंने नई चेक बुक इश्यू कराई थी। शिकायतकर्ता सुभाष भट्ट का आरोप है कि उनके दफ्तर से कुछ चेक चोरी किए गए और उनका इस्तेमाल किया गया। सुभाष ने इस मामले में 28 जुलाई 2020 को एसएसपी को एक शिकायती पत्र भी दिया था, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने शैलेंद्र सिंह और आप नेता उमा सिसोदिया समेत 7 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामले की जांच की जा रही है।