उत्तरकाशी: उत्तरकाशी में भागीरथी नदी पर सड़क बनाने वाले खनन माफिया पर डीएम IAS Mayur Dixit सख्त हो गए हैं। मामला मीडिया में आने के बाद रविवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने इसका संज्ञान लिया। उनके निर्देश पर एक टीम को मौके पर भेजा गया। जिसने भागीरथी नदी में बनाई गई करीब 50 मीटर सड़क को ध्वस्त कर भागीरथी नदी के अवरुद्ध हुए प्रवाह को सुचारू कर दिया। नदी के प्रवाह को रोक कर उस पर सड़क बनाने के मामले में खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। मामला डुंडा तहसील क्षेत्र का है। यहां जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर कच्चडू़ देवता मंदिर के पास एक खनन माफिया ने राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण यानी एनजीटी के नियमों को ताक पर रखकर भागीरथी नदी में 50 मीटर लंबी सड़क बनाई थी। जिससे नदी का प्रवाह रुक गया। सड़क इसलिए बनाई गई ताकि खनन माफिया खनन की सामग्री का ढुलान कर सके। इसके लिए खनन माफिया ने पोकलैंड और जेसीबी मशीन से बोल्डर और मिट्टी भरकर नदी का प्रवाह भी रोक दिया था। एक हफ्ते तक खनन माफिया अवैध रूप से सड़क बनाने में लगा रहा, लेकिन डुंडा तहसील प्रशासन को इसकी खबर नहीं हुई। इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। आगे पढ़िए
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बाद में मामला मीडिया के माध्यम से डीएम मयूर दीक्षित तक पहुंचा तो उन्होंने इस मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। डीएम के निर्देश पर रविवार को उपजिलाधिकारी मीनाक्षी पटवाल सहित राजस्व व पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और जेसीबी के जरिए अवैध सड़क ध्वस्त कर नदी के प्रवाह को सुचारू किया। एसडीएम मीनाक्षी पटवाल ने कहा कि भागीरथी नदी का प्रवाह अवरुद्ध कर अवैध रूप से सड़क बनाने के मामले में खनन व्यवसायी कनकपाल परमार के खिलाफ चालान काटा गया है। साथ ही उस पर दो लाख अस्सी हजार का अर्थदंड भी लगाया गया है। डीएम IAS Mayur Dixit ने कहा कि अवैध रूप से सड़क बनाने और खनन करने में इस्तेमाल होने वाली जेसीबी मशीन और पोकलैंड मशीन मौके पर नहीं मिली। खनन कर बनाई गई सड़क ध्वस्त कर दी गई है। भागीरथी नदी का प्रवाह सुचारू कर दिया है। जिले में खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।