पिथौरागढ़: उत्तराखंड में कई दिनों से लगातार हो रही बरसात के बाद शनिवार को राजधानी देहरादून सहित राज्य के अन्य इलाकों में चटक धूप खिली रही और मौसम साफ बना रहा। मौसम साफ होने से लोगों से कड़ाके की ठंड से राहत मिल रही है। उच्च हिमालयी क्षेत्रों और निचले क्षेत्रों में कई दिनों के बाद मौसम के खुलने और चटक धूप आने से लोगों ने राहत की सांस ली है। हालांकि रिकॉर्डतोड़ बरसात और बर्फबारी के थमने के बाद अब इन क्षेत्रों में हिमस्खलन का खतरा काफी अधिक बढ़ गया है।
Heavy Snowfall Brings Avalanche Threat:
शनिवार को राजधानी देहरादून सहित राज्य के अन्य इलाकों में मौसम साफ बना रहा। सुबह से ही चटख धूप खिली रही। मौसम साफ होने से लोगों से कड़ाके की ठंड से राहत मिल रही है। लगातार एक सप्ताह तक बर्फबारी के बाद पिथौरागढ़ जनपद के हिमालयी क्षेत्र में अब हिमस्खलन का खतरा बढ़ गया है। बीते शुक्रवार को धारचूला के नपलच्यू गांव के ठीक सामने भारी हिमस्खलन हुआ। गांव से लगभग 50 मीटर दूर नाले में भारी बर्फ गिरी। आगे पढ़िए...
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बता दें कि पिथौरागढ़ में धारचूला और मुनस्यारी के ऊंचाई वाले इलाकों में हर साल जनवरी-फरवरी में भारी हिमपात होता है। इसके बाद चटक धूप पड़ते ही ताजा बर्फ खिसकने लगती है। इसी तरह चमोली, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग में भी हिमस्खलन का खतरा मांडरा रहा है। पिछले एक सप्ताह तक खराब मौसम के दौरान धारचूला के व्यास और दारमा घाटियों के गांवों में भारी बर्फबारी हुई है। बीते गुरुवार को तेज धूप निकलने से अब ताजा बर्फ खिसकने लगी है जिससे पहाड़ी इलाकों में हिमस्खलन का खतरा बढ़ गया है। मौसम खुलने के बाद मुनस्यारी का अधिकतम तापमान 12 डिग्री और न्यूनतम तीन डिग्री दर्ज किया गया। धारचूला ब्लॉक के उच्च हिमालयी क्षेत्र दारमा, व्यास, चौंदास घाटी में जमकर हिमपात हुआ है। बीआरओ भारी बर्फबारी से बंद सड़कों को खोलने का प्रयास कर रहा है। उच्च हिमालयी क्षेत्रों और निचले क्षेत्रों में कई दिनों के बाद मौसम के खुलने से लोगों ने राहत की सांस ली है। मौसम के साफ होने के बाद पर्यटकों के चेहरे खिल गए हैं। बड़ी संख्या में मुनस्यारी क्षेत्र में पर्यटक पहुंच रहे हैं। मौसम के खुलने के बाद बाजार में भी रौनक और चहल-पहल देखने को मिल रही है।