खटीमा: विधानसभा चुनाव 2022 में सीएम पुष्कर सिंह धामी को खटीमा सीट से हार का मुंह देखना पड़ा था। किसी को विश्वास नहीं हुआ कि जिनके नेतृत्व में भाजपा उत्तराखंड में पूर्ण बहुमत से जीती वह अपनी सीट से हार गए हैं।
khatima People will take symbolic jal samadhi
इससे खटीमा के ग्रामीणों को गहरा झटका लगा है। सबको विश्वास था कि सीएम धामी पूर्ण बहुमत से खटीमा में जीत हासिल करेंगे। मगर उनकी हार से ग्रामीणों को गहरा सदमा लगा है और क्षुब्ध होकर ग्रामीण 07 मई को शारदा नदी में सांकेतिक जल समाधि लेकर धामी की हार का प्रायश्चित करने जा रहे हैं। उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले के खटीमा क्षेत्र के पांच गांवों के ग्रामीण मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की हार का प्रायश्चित करने के लिए सात मई को सांकेतिक जल समाधि लेंगे। उन्होंने मंगलवार को एसडीएम खटीमा को एक ज्ञापन सौंपा है। उनका कहना है कि “हम अपने क्षेत्र से सीएम पुष्कर सिंह धामी की हार का प्रायश्चित कर रहे हैं। हम शनिवार को शारदा नहर में मां गंगा को साक्षी मानकर सांकेतिक जल समाधि लेंगे। इसमें 18 वर्ष से अधिक आयु के ग्रामीण भाग लेंगे।"मेलाघाट, बंधा, सिसियां, बगुलिया, खेलेरदिया के ग्रामीणों ने मंगलवार को एसडीएम रवींद्र सिंह बिष्ट को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा है कि वे वंचित समुदायों से आते हैं और उनके गांव विकास से कोसों दूर हैं।
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ग्रामीणों की मानें तो सीएम धामी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि उनके जीतते ही गांव में विकास कार्य किए जाएंगे। गांव वालों का कहना है कि उन्हें सीएम धामी पर पूरा विश्वास है इसलिए उन्होंने शारदा नहर में सांकेतिक जल समाधि लेने का फैसला लिया है।ग्रामीणों ने कहा “हम नहर में उतरेंगे और वहां 2-3 घंटे तक गहरे पानी में खड़े रहेंगे। हमने अपने कार्यक्रम के बारे में एसडीएम को पहले ही सूचित कर दिया है,” वहीं एसडीएम खटीमा रवींद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि पांच गांवों के ग्रामीणों ने उन्हें प्रायश्चित के लिए जल समाधि लेने के लिए एक ज्ञापन सौंपा। उन्होंने पुलिस को निर्देशित किया है कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। बता दें कि सीएम धामी अब चंपावत निर्वाचन क्षेत्र से उपचुनाव लड़ रहे हैं। नवनिर्वाचित विधायक कैलाश गहटोरी के इस्तीफे के बाद वह सीट खाली हो गई है। 31 मई को उपचुनाव होना तय हुआ है।