उत्तराखंड देहरादूनUttarakhand Social Welfare Department 500 crore scam

‘उत्तराखंड में 500 करोड़ का घपला हो गया, अधिकारी कहें हमारी गलती नहीं’- गुस्से में कैबिनेट मंत्री

छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर मंत्री चंदन रामदास ने अपना दर्द बयां किया है। उन्होंने कहा कि तमाम बड़े संस्थान गरीब बच्चों का पैसा डकार गए, और अब अधिकारी कह रहे हैं कि उनकी कोई गलती नहीं।

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Image: Uttarakhand Social Welfare Department 500 crore scam (Source: Social Media)

देहरादून: भ्रष्टाचार का मर्ज प्रदेश को भीतर ही भीतर खोखला कर रहा है।

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समाज कल्याण विभाग में 500 करोड़ का घपला हुआ। गरीब छात्रों का हक मार लिया गया। विभाग के तमाम बड़े अधिकारी जेल में बंद हैं, उस पर भी अधिकारियों की अकड़ देखिए। ये कह रहे हैं कि उनकी कोई गलती नहीं। समाज कल्याण विभाग के मंत्री चंदन रामदास ने इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए, इस तरह के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। बता दें कि शनिवार को सहायक समाज कल्याण अधिकारियों का प्रांतीय अधिवेशन हुआ था। जिसमें कुछ अफसरों ने कहा कि समाज कल्याण विभाग में हुए घपले में उनकी कोई गलती नहीं। इसके लिए योजना का लाभ लेने वालों को भी जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। विभागीय मंत्री ने इस तरह की बयानबाजी पर कड़ी आपत्ति जताई है। मंत्री चंदन रामदास ने कहा कि वो समाज कल्याण जैसे अहम विभाग में बहुत काम करना चाहते थे, लेकिन मिला क्या छात्रवृत्ति घपला।

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तमाम बड़े संस्थान गरीब बच्चों का पैसा डकार गए। अब अधिकारी कह रहे हैं कि उनकी कोई गलती नहीं। तमाम योजनाओं पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत तीन साल में मात्र दस प्रतिशत धनराशि खर्च हुई है। योजना के तहत केंद्र सरकार से पैसा मिलता है। ये पैसा समय पर खर्च नहीं होगा तो आगे कैसे पैसों की मांग की जाएगी। इस पर ध्यान दिया जाएगा। साथ ही विभाग में विशेष मात्राकरण योजना का पिछले दस साल से मूल्यांकन नहीं हुआ। 17 अक्टूबर को प्रदेश स्तर पर इसका मूल्यांकन किया जाएगा। विभागीय मंत्री ने वृद्धावस्था पेंशन में हो रहे घपले पर भी बात कही। उन्होंने कहा कि उन्हें एक सूची मिली है, जिसमें 50 साल से कम उम्र के लोगों के वृद्धावस्था पेंशन लेने की बात पता चली है। इसकी जांच कराई जाएगी।