चमोली: इन बेटियों के दम से वास्तव में उत्तराखंड धन्य है। ये बात तो आप जानते ही होंगे कि हाल ही में मिलेट क्रांति नाम का छोटा सा शब्द देशभर में चर्चा का विषय बन गया है।
Suman Nainwal Millet Cycle Rally Uttarakhand
मिलेट क्रांति का अर्थ क्या है? जरा ये भी जान लीजिए। इसका मतलब है मोटे अनाजों के रख रखाव, खानपान, तथा व्यवसायिक उत्पादन हेतु स्वयं सहायता समूहों तथा ग्रामीण लोगो में जागरूकता के लिए छेड़ा गया अभियान। अब मिलेट क्रांति में उत्तराखंड का नाम भी सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया है। ये सब कुछ संभव हो सका पहाड़ की एक होनहार बेटी के बूते। चलिए आपको आगे बताते हैं। हाल ही में देश की सबसे लंबी और पहली मिलेट क्रांति साइकिल रैली का समापन हो गया है। ये देश की पहली अनोखी साइकिल रैली है जिसने तीन दिनों लगभग 300 किमी की दूरी तय कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। देहरादून की में "नथुली महिला सशक्तिकरण संस्था" की संस्थापक सुमन नैनवाल ने इसकी शुरुआत की है। सुमन पेशे से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। सुमन ने अपने पहाड़ प्रेम को लेकर भारत की प्रथम औ सबसे लम्बी मिलेट क्राँति साइकिल रैली -300 किमी का आयोजन करने की पहल की है। शुक्रवार 14 अप्रैल को देहरादून मुख्यमंत्री आवास से शुरू हुई साइकिल रैली पहले दिन ऋषिकेश होते हुए श्रीनगर में पहुँची। दूसरे दिन श्रीनगर से रवाना होते हुए रुद्रप्रयाग और फिर दूसरे दिन का विश्राम हॉलीडेज होम कर्णप्रयाग में हुआ। तीसरे दिन सुबह 6 बजे मिलेट क्राँति साइकिल रैली कर्णप्रयाग स्थित हॉलीडेज होम से अपने अन्तिम पड़ाव मुन्दोली के लिए निकली। साइकिल रैली के दौरान आम जनता को मिलेट उत्पादों के प्रति जागरूक करने के साथ ही मिलेट्स खेती के प्रति प्रोत्साहित भी किया गया। आगे पढ़िए कि इस रैली का मकसद क्या है।