उत्तराखंड देहरादूनCongress state in-charge may change in Uttarakhand

उत्तराखंड में बदलने वाला है कांग्रेस प्रदेश प्रभारी? विधायक ने तो दावा भी कर दिया

प्रीतम सिंह और तिलक राज बेहड़ के बाद द्वाराहाट विधायक मदन बिष्ट ने खोला उत्तराखंड कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव के खिलाफ मोर्चा खोला

Uttarakhand Congress in-charge change: Congress state in-charge may change in Uttarakhand
Image: Congress state in-charge may change in Uttarakhand (Source: Social Media)

देहरादून: पहले से नाराजगी झेल रहे कांग्रेस उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के खिलाफ बोलने वालों की फेहरिस्त में द्वाराहाट से कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट का नाम भी जुड़ गया है।

Congress state in-charge may change in Uttarakhand

उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी मदन बिष्ट ने देवेंद्र यादव के खिलाफ मौर्चा खोल दिया है। मदन बिष्ट ने कहा कि एक या दो दिन में बता दिया जाएगा कि उत्तराखंड का अगला प्रदेश प्रभारी कौन बनेगा। दरअसल देवेंद्र यादव के खिलाफ कांग्रेस नेता और विधायकों की नाराजगी बढ़ती ही जा रही है. मदन बिष्ट से पहले प्रीतम सिंह और तिलक राज बेहड़ ने भी देवेंद्र यादव के खिलाफ मोर्चा खोला है। दरअसल 13 जून को कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री रही इंदिरा हृदयेश की दूसरी पुण्यतिथि पर कई कांग्रेसजनों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान द्वाराहाट विधायक मदन बिष्ट भी मौजूद थे। मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जल्द ही कांग्रेस को नया प्रभारी मिलने जा रहा है। देवेंद्र यादव प्रदेश प्रभारी के पद से आज नहीं तो कल हटने वाले हैं।

ये भी पढ़ें:

मदन बिष्ट और विरोध कर रहे अन्य नेताओं का कहना है ने कहा कि जब 2022 की चुनावी हार के बाद सीएलपी गठित की गई और प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को हटाया गया तब नैतिकता के आधार पर प्रदेश प्रभारी को भी चेंज कर देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि चुनावी हार का जिम्मा प्रदेश प्रभारी को अपने ऊपर लेना चाहिए था, क्योंकि टिकट बंटवारे में वह भी उतने ही हिस्सेदार थे। मदन बिष्ट ने कहा कि विधानसभा चुनाव हारने के बाद जब प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में परिवर्तन किया गया तो प्रदेश प्रभारी को पद से हट जाना चाहिए था। केवल मदन बिष्ट की नहीं बल्कि प्रीतम सिंह और तिलक राज बेहड़ भी देवेंद्र यादव के खिलाफ मोर्चा खोले बैठे हुए हैं। अब यह देखना होगा कि कांग्रेस अपने इन विधायकों की नाराजगी को किस तरह से दूर करती है।