उत्तराखंड देहरादूनten CBSE schools Demilitarized in Dehradun

देहरादून के 10 CBSE स्कूलों की मान्यता खत्म, 2 मिनट में देख लीजिए पूरी लिस्ट

जिन स्कूलों की मान्यता रद्द हुई है, उनमें दसवीं और बारहवीं की मान्यता वाले स्कूल शामिल हैं। ये सभी स्कूल प्रोविजनल मान्यता पर चल रहे थे।

Dehradun CBSE Schools Demilitarized: ten CBSE schools Demilitarized in Dehradun
Image: ten CBSE schools Demilitarized in Dehradun (Source: Social Media)

देहरादून: अगर आपके बच्चे सीबीएसई बोर्ड के स्कूल में पढ़ते हैं तो ये खबर आपके काम की है। दरअसल सेंट्रल बोर्ड ऑफ एजुकेशन सीबीएसई ने देहरादून रीजन के 10 स्कूलों की मान्यता खत्म कर दी है।

CBSE schools Demilitarized in Dehradun

जिन स्कूलों की मान्यता रद्द हुई है, उनमें दसवीं और बारहवीं की मान्यता वाले स्कूल शामिल हैं। ये सभी स्कूल प्रोविजनल मान्यता पर चल रहे थे। इनमें उत्तराखंड और यूपी के स्कूल शामिल हैं। बोर्ड अधिकारियों के मुताबिक इन स्कूलों में बोर्ड परीक्षाएं नियमित तौर पर नहीं हुईं, साथ ही मान्यता संबंधी कई नियमों की अनदेखी की गई। सीबीएसई के संयुक्त सचिव एफिलिएशन की ओर से इन सभी स्कूलों की मान्यता रद्द करने के आदेश जारी किए गए हैं। आदेश की प्रति संबंधित शिक्षा विभाग के अधिकारियों और दून रीजन के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. रणवीर सिंह को भी दी गई है।

Dehradun 10 CBSE Schools Demilitarized list

जिन स्कूलों की मान्यता खत्म की गई है, उनमें राम शरण सिंह विद्यालय, बिजनौर यूपी, परम पब्लिक स्कूल नजीबाबाद रोड, बिजनौर यूपी, देवऋषि विद्यापीठ मुजफ्फरनगर, यूपी, बीर शीबा रेजिडेंशियल स्कूल किच्छा, ऊधमसिंहनगर, स्प्रिंग डेल स्कूल, काठगोदाम हल्द्वानी, बाल भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल, रानीपुर हरिद्वार, न्यू हॉरिजन इंटरनेशनल स्कूल, मालसी देहरादून, गणेश दत्त सरस्वती विद्या मंदिर, उत्तरकाशी, आरएमपी स्पोर्ट्स अकेडमी नारसन हरिद्वार और श्री डीडी छिमवाल पब्लिक स्कूल, रामनगर नैनीताल शामिल हैं। दून रीजन के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. रणवीर सिंह ने इन स्कूलों की मान्यता रद्द होने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि इनमें से कुछ स्कूल काफी समय से रेगुलर नहीं चल रहे थे, जबकि कुछ स्कूलों ने खुद ही स्कूल बंद करने का पत्र सीबीएसई को लिखा था। ये स्कूल पिछले कुछ साल से बोर्ड परीक्षाएं नियमित नहीं करवा रहे थे, जो कि मान्यता की शर्तों का उल्लंघन है। इसके अलावा कई और तरह से बोर्ड परीक्षा व मान्यता के नियम-शर्तों का उल्लंघन हो रहा था। जिसके चलते बोर्ड ने आधिकारिक तौर पर इन की मान्यता खत्म कर दी है।