उत्तराखंड रुद्रप्रयागVIP Family Roaming in Thar in Kedarnath Dham

केदारनाथ धाम: दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए मंगाई गई थी थार, घूम रहा वीआईपी परिवार

कुछ दिनों पहले चिनूक हेलीकाप्टर से केदारनाथ धाम में दिव्यांग और मरीजों के लिए थार वाहन को लाया गया था। लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में साफ़ देखा जा रहा है कि इसमें आम नागरिक घूम रहे हैं।

Kedarnath Dham: VIP Family Roaming in Thar in Kedarnath Dham
Image: VIP Family Roaming in Thar in Kedarnath Dham (Source: Social Media)

रुद्रप्रयाग: एक हफ्ते पहले जब धाम में थार गाड़ी उतरी थी तो प्रशासन ने ,असहाय और मरीजों के लिए वरदान साबित होगी थार. ये कहकर मामला शांत करवाया था। लेकिन एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसमें वीआईपी थार से उतरते हुए नज़र आए। वीडियो सामने आने के बाद सरकार और प्रशासन की चिंता बढ़ गई है जनता ने इसका जवाब माँगा है।

VIP Family Roaming in Thar in Kedarnath Dham

केदारनाथ में कुछ दिन पहले पर्यटन विभाग द्वारा दो थार गाड़ियां भेजे गई थी। चारधाम में प्रमुख धाम केदारनाथ में थार वाहन भेजने के बाद जनता और राजनितिक पार्टियों ने इसपर जमकर विरोध किया था। लेकिन प्रशासन ने यह कहते हुए मामला शांत करवा दिया कि ये गाड़ियां दिव्यांग और मरीजों के सुविधा के लिए लाई गई हैं। लेकिन इन वाहनों से सामान्य यात्रियों को केदारनाथ धाम ले जाने का वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। जिसके बाद प्रशासन के दावों पर सवाल खड़े होने लगे हैं।

वीडियो वायरल होने के बाद आया मामला संज्ञान में

दरअसल केदारनाथ धाम से एक वीडियो क्लिप सामने आई है जिसमें साफ देखा जा रहा है कि थार वाहन से कुछ परिवारों को लाया और ले जाया जा रहा है। जिसे देख लोग सवाल उठाने लगे हैं कि करीब एक हफ्ते पहले ये गाड़ियां असहाय और मरीजों के लिए वरदान बताकर लाई गई थीं, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि ये गाड़ियां वीआईपी लोगों के लिए मंगवाई गई हैं। जिसके बाद शासन ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया जारी की है।

मुख्य सचिव ने दिए कार्रवाही करने के आदेश

जानकारी मिलने पर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने इस मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग द्वारा भेजे गए वाहन केवल बीमार और घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने के लिए ही उपयोग में लाए जाने हैं, ये सामान्य यात्रियों के लिए नहीं हैं। लेकिन कुछ तस्वीरों में जो दिखा, वह बिल्कुल सही नहीं है और इस पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जिस भी अधिकारी ने वाहन में सफर करने के लिए इन लोगों को इजाजत दी है उनके खिलाफ जल्द ही सख्त कार्रवाही की जाएगी और सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसा न हो।