देहरादून: इन छात्रों ने जंगल की आग से सुरक्षा यंत्र, महिलाओं के जूतों के लिए कंवर्टिबल हील्स, स्वच्छता और कीटाणुरोधी कमोड, और पालतू पशुओं के मलमूत्र को उठाने के लिए मल्टीपर्पज लिफ्टिंग मशीन जैसे इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स तैयार किए हैं।
Four Students from Uttarakhand Win National Inspire Awards for Innovative Projects
उत्तराखंड के चार होनहार छात्रों को नेशनल इंस्पायर अवार्ड के लिए चुना गया है। शिक्षा महानिदेशक झरना कमठान ने इन सभी बच्चों और उनके मार्गदर्शक शिक्षकों को इस उपलब्धि पर बधाई दी और इसे राज्य के लिए गर्व का पल बताया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय इंस्पायर अवार्ड प्रतियोगिता में देशभर से लगभग आठ लाख बच्चों ने ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवेदन किया। जनपद और राज्य स्तर पर आयोजित प्रतियोगिताओं के बाद 345 छात्रों का चयन राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए किया गया जिसमें उत्तराखंड से 11 बच्चों ने भाग लिया। अंत में देशभर से 31 बच्चों को राष्ट्रीय स्तर पर अवार्ड के लिए चुना गया, जिनमें से चार उत्तराखंड के हैं, दो निजी विद्यालय और दो सरकारी विद्यालयों से।
इन दो प्राइवेट स्कूल के छात्रों ने बनाए इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स
SCERT की निदेशक वंदना गर्ब्याल ने जानकारी दी कि आर्मी पब्लिक स्कूल देहरादून के छात्र कौस्तुभ श्रीयम दुबे ने शिक्षक धीरज डोभाल के मार्गदर्शन में जंगल में आग लगने की सूचना और सुरक्षा के लिए जीपीएस कॉलर का फारेस्ट फायर टर्मिनेटर बनाया। वहीं रेडियन पब्लिक स्कूल ऊधम सिंह नगर की छात्रा स्वीटी ने अपने मार्गदर्शक शिक्षक जितेंद्र कुमार की सहायता से महिलाओं की ऊंची हील्स वाली जूतियों के लिए कंवर्टिबल हील्स का प्रोजेक्ट तैयार किया।
इन दो सरकारी स्कूल के छात्रों ने बनाए इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स
पीएमश्री राजकीय आदर्श इंटर कालेज पौंठी रुद्रप्रयाग के छात्र मयंक राणा ने शिक्षक पीयूष शर्मा के मार्गदर्शन में पश्चिमी पद्धति के सार्वजनिक शौचालयों में स्वच्छता और कीटाणुरोधी कमोड का मॉडल प्रस्तुत किया। अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेज नेटवाड उत्तरकाशी के छात्र आयुष ने मार्गदर्शक शिक्षिका रोहिणी बिजल्वाण की सहायता से पालतू पशुओं के मलमूत्र और अन्य व्यर्थ सामग्री को उठाने के लिए मल्टीपर्पज लिफ्टिंग मशीन का मॉडल तैयार किया। इन सभी प्रोजेक्ट्स को राष्ट्र स्तरीय मॉडल के रूप में चयनित किया गया है।