देहरादून: फौज में भर्ती के नाम पर टनकपुर चम्पावत के कई युवाओं से 24 लाख की ठगी की गई। मेडिकल के लिए दून लाकर एक होटल में युवतियों से छेड़छाड़ की गई। थाना टनकपुर से जांच के लिए केस को कोतवाली देहरादून ट्रांसफर किया गया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
8 youth from Champawat cheated of 24 lakh for army recruitment
भारतीय सेना में भर्ती के नाम पर टनकपुर चंपावत के पांच युवकों और तीन युवतियों के साथ 24 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। ठगी के शिकारी युवाओं ने 18 लाख 30 हजार नगद और 5 लाख 70 हजार ऑनलाइन आरोपियों के खाते में डाले हैं। इतना ही नहीं ठगी की शिकार तीन युवतियों ने आरोपियों पर छेड़खानी करने का भी संगीन आरोप लगाया है।
बेरोजगार युवाओं को ऐसे फंसाया
दरअसल, प्रवीण सिंह नेगी टनकपुर के निवासी हैं, ने कोतवाली में तहरीर देकर कहा है कि, दो-तीन साल पहले उसकी मुलाकात रुद्रपुर के विक्की मंडल से हुई थी। इसके बाद दोनों में जब दोस्ती हुई तो सेना में अच्छी पहचान होने की बात करते हुए विक्की ने प्रवीण को बताया कि वह युवाओं की भर्ती करवा सकता है। विक्की की बातों में आकर प्रवीण ने चार अन्य युवकों और तीन युवतियां से रोजगार और सेना में भर्ती की बात की, जिसके बाद विक्की ने उन सबको देहरादून मेडिकल के लिए बुला लिया। रिश्तेदारों से कर्जा लेकर वे सभी देहरादून आ गए। यहां दस दिन होटल में रुके।
फर्जी सैन्य अधिकारी बनकर की लूट
इसके बाद देहरादून में विक्की ने उनसे खाली पन्नों पर हस्ताक्षर करवाए गए और उनके सारे दस्तावेज व फोटो लेकर मेडिकल के लिए उन्हें एक फ्लैट में ले गए। यहां दो शख्स और थे। दो लोगों को सैन्य अधिकारी के रूप में उनसे मिलवाया गया। इसके बाद भारतीय सेना में नौकरी लगाने के नाम पर रूपयों की मांग की गई। पीड़ितों ने 5,70,000 उनके खाते में ऑनलाइन डाले। बाद में 18 लाख ₹30000 नकद दिए गए।
युवतियों के साथ हुई हैवानियत
हैवान यहीं नहीं रुके इसके बाद रोजगार की तलाश में देहरादून आई युवतियों के साथ शराब पीकर बदतमीजी और छेड़छाड़ की गयी। इसके बाद होटल में और शराब मंगवाई गई और आरोपियों द्वारा शराब पीने के बाद युवतियों से छेड़खानी भी की गई। उन पर शराब पीने का दबाव बनाया गया। उन्होंने अगले रोज भर्ती के लालच में 24 लाख रुपए आरोपितों को दिए। इसमें से 5.70 लाख योगेन्द्र कुमार और रूपेश यादव को दिए गए थे, लेकिन न तो किसी को भर्ती करवाया गया और न ही रकम वापस दी गई। पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन कर रही है।