उधमसिंह नगर: चिकित्सक को भगवान का दूसरा रूप समझा जाता है, लेकिन जब चिकित्सक की लापरवाही किसी की जान पर बन आए तो? ऐसा ही एक मामला काशीपुर में सामने आया है, जहां शहर के एक प्रतिष्ठित अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही के चलते एक मासूम का हाथ काटने की नौबत आ गई। बच्चे के पिता ने आरोप लगाते हुए पुलिस व चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजा है।
Doctor made Child to lose hand
सुल्तानपुर पट्टी निवासी सरताज आलम पुत्र अब्दुल ने सीओ दीपक सिंह को दिए शिकायती पत्र में बताया कि वह अपने पुत्र मौ. शम्स को लूज मोशन के चलते इलाज के लिए 18 जनवरी को गिरीताल रोड स्थित श्रीकृष्णा हास्पिटल लेकर आए। यहां चिकित्सक ने उससे कहा कि आपके बेटे को अस्पताल में भर्ती कर इलाज करना पड़ेगा, जिस पर सरताज आलम ने हामी भरी।
डॉक्टरों के ड्रिप लगाते ही आई सूजन
अस्पताल में तो सबसे पहले बच्चे को एनआईसीयू में भेजा गया, जहां डॉक्टर ने बच्चे को कैनूला नूला ड्रिप लगाया। सरताज आलम का आरोप है कि ड्रिप सही से नहीं लगाई गई, जिससे बच्चे के हाथ में बहुत दर्द हुआ और सूजन आनी शुरू हो गई। फिर अस्पताल के एक चिकित्सक ने कहा कि बच्चे के हाथ में चीरा लगाकर सूजन कम की जाएगी। पुत्र की स्थिति को देखते हुए व डॉक्टर पर भरोसा कर उसने चीरा लगाने की सहमति दी।
हाथ खोने को मजबूर नवजात
लेकिन, चीरा लगाने के बाद नवजात की हालत और बिगड़ गई और उसका हाथ काला पड़ गया। अब उसका हाथ काटने की स्थिति पैदा हो गई है। सरताज आलम का आरोप है कि चिकित्सकों की घोर लापरवाही के कारण उसका पुत्र अपने हाथ को खो देने की स्थिति में आ गया है। सरताज आलम ने पुलिस प्रशासन से लापरवाही के आरोपी चिकित्सकों पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है।