देहरादून: माइनिंग प्लांट के कमरे में एक 13 वर्षीय नाबालिग लड़की का शव मिलने से हड़कंप मच गया, शव खिड़की पर चुन्नी के सहारे लटका हुआ था। मृतका के परिजनों, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल से जुड़े लोगों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कोतवाली में हंगामा किया। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों मोमीन और मोबीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
Dead body of minor girl found in Dehradun
जानकारी के अनुसार, बीते शनिवार को देहरादून के डोईवाला के कुड़कावाला नई बस्ती में एक माइनिंग प्लांट में 13 वर्षीय नाबालिग लड़की का शव खिड़की पर चुन्नी के सहारे लटका हुआ पाया गया। ये लड़की केशवपुरी बस्ती की निवासी थी, जो कूड़ा बीनने का कार्य करती थी। वहीं, माइनिंग प्लांट में किशोरी की मौत की सूचना से पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया। इसके बाद मृतका के परिजन और विश्व हिंदू परिषद तथा बजरंग दल के सदस्य डोईवाला कोतवाली पहुंचे। उन्होंने कोतवाली के बाहर जमकर हंगामा किया, जिससे डोईवाला चौक पर कई घंटों तक जाम लगा रहा। वहां मौजूद औरतों ने पुलिस पर चूड़ियाँ भी फेंकी, जिसमें एक पुलिसकर्मी को चोट भी लग गई। कोतवाली के बाहर हंगामे को रोकने के लिए पुलिस ने महिलाओं समेत अन्य लोगों को लाठीचार्ज कर वहां से भगाया।
दुष्कर्म, हत्या और पॉक्सो तहत मुकदमा
डोईवाला कोतवाली के SSI विनोद राणा ने बताया कि बीते शनिवार की दोपहर को सुसुआ नदी के निकट एक माइनिंग प्लांट में 3 लड़कियां कूड़ा उठा रही थी। तभी प्लांट में मौजूद कुछ लड़कों ने उनमें से दो लड़कियों को वहां से भगा दिया, लेकिन एक लड़की को प्लांट में ही रोक लिया। लड़की ने कुछ देर बाद कमरे में जाकर दरवाजा बंद कर आत्महत्या कर ली। एसएसआई ने बताया कि किशोरी के पिता की तहरीर के आधार पर दो आरोपियों मोमीन और मोबीन के खिलाफ दुष्कर्म, हत्या और पॉक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। साथ ही कई अन्य संदिग्ध आरोपियों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने आगे बताया कि पुलिस टीम द्वारा इस मामले की गहन जांच की जा रही है। नाबालिग बच्ची के शव का पंचनामा दर्ज कर कोरोनेशन अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर होगी आगे की कार्रवाई
देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने जानकारी दी कि नाबालिग बच्ची के शव का पोस्टमार्टम किया जा चुका है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी नहीं मिल पाई है। प्रारंभिक जांच में किशोरी के साथ किसी भी प्रकार का शारीरिक उत्पीड़न या उसके शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं पाए गए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इस मामले में आगे की आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।