देहरादून: सूबे में अपने सपनों का आशियाना बनाना जल्द ही महंगा हो जाएगा। दरअसल उत्तराखंड सरकार सूबे में सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी कर रही है। सर्किल रेट बढ़ने से जमीन महंगी हो जाएगी। बता दें कि सरकार ने साल 2018 में भी सर्किल रेट बढ़ाए थे, जिसका असर जमीनों की कीमत पर पड़ा। नए साल पर करीब 345 गांवों में सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी है, ये वो गांव हैं जिन्हें इसी साल नगर निकाय में शामिल किया गया है। इन इलाकों में सर्किल रेट में 20 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो सकती है। जल्द ही सर्किल रेट संबंधी प्रस्ताव कैबिनेट में रखा जाएगा। सर्किल रेट बढ़ने से जमीनें जरूर महंगी हो जाएंगी, लेकिन इससे सरकार की आमदनी में इजाफा होगा। आइए इस बारे में आपको कुछ खास बातें बता देते हैं, जिनके बारे में जानना बेहद जरूरी है।
ये भी पढ़ें:
यह भी पढें - मसूरी में मनाएं नए साल का जश्न, इन 5 खूबसूरत जगहों पर जाना मत भूलिए
खबर है कि उत्तराखंड के सभी अर्द्धशहरी इलाकों में जल्द ही नए सर्किल रेट लागू कर दिए जाएंगे। नए साल से खेती की जमीन से लेकर व्यवसायिक, रेजिडेंशल और इंडस्ट्रियल प्रॉपर्टी के सर्किल रेट बढ़ने जा रहे हैं। इस संबंध में सरकार ने सभी जिलों के अधिकारियों से प्रस्ताव मांगे गए हैं। सर्किल रेट बढ़ने से खेती की जमीन से लेकर आबादी क्षेत्रों में जमीन खरीदना महंगा हो जाएगा। साल 2018 की शुरुआत में भी सभी 13 जिलों में सर्किल रेट बढ़ाया गया था। नैनीताल, देहरादून, ऊधमसिंहनगर जैसे जिलों में दूसरे जिलों की अपेक्षा सर्किल रेट में ज्यादा इजाफा हुआ था। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले सर्किल रेट बढ़ाए जा सकते हैं। इसलिए अगर आप भी घर, जमीन लेने की सोच रहे हैं तो ज डरा जल्दी कीजिए।