उत्तराखंड अल्मोड़ाjageshwar almora to be fifth dham of uttarakhand

देवभूमि में यहां बनेगा पांचवा धाम...प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेजा जा रहा न्यौता

प्रधानमंत्री मोदी ने जिस तरह केदारनाथ का विकास किया, उम्मीद है उसी तरह वो जागेश्वर को भी पहचान दिलाएंगे...

प्रकाश पंत: jageshwar almora to be fifth dham of uttarakhand
Image: jageshwar almora to be fifth dham of uttarakhand (Source: Social Media)

अल्मोड़ा: पूर्व वित्त मंत्री और दिग्गज बीजेपी नेता प्रकाश पंत अल्मोड़ा के जागेश्वर धाम को पांचवे धाम के तौर पर विकसित करना चाहते थे। आज अगर वो जीवित होते तो अपने इस सपने को साकार होता देख पाते, पर अफसोस कि ऐसा हो ना सका...प्रकाश पंत तो हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन प्रदेश सरकार उनके सपने को पूरा करने में जरूर जुटी हुई है। जागेश्वर को पांचवे धाम के तौर पर विकसित किया जा रहा है। जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी खुद जागेश्वर धाम आने वाले हैं। प्रधानमंत्री को न्यौता भेजने की तैयारी है। प्रदेश की तरफ से पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज पीएम को बुलावा भेजेंगे और उम्मीद है कि इसके अच्छे नतीजे भी देखने को मिलेंगे। जिस तरह पीएम के दौरे के बाद बदरीनाथ और केदारनाथ की कायापलट हुई, उम्मीद है कि जागेश्वर धाम के भी दिन बहुरेंगे।

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प्रदेश सरकार जागेश्वर के पौराणिक इतिहास को संरक्षित कर उसे लेजर शो के जरिए देश-विदेश के लोगों के लिए उपलब्ध कराना चाहती है। वैसे तो संस्कृति विभाग अपनी तरफ से कोशिशें कर ही रहा है, पर इस काम को रफ्तार देने के लिए अब पर्यटन विभाग भी मुहिम से जुड़ गया है। राज्य के पर्यटन और संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि हमारी कोशिश है कि जागेश्वर को पांचवे धाम के तौर पर पहचान मिले। उत्तराखंड के चारों धाम आध्यात्मिक शांति के लिए पूरे विश्व में विख्यात हैं। अब हम जागेश्वर मंदिर समूह को भी विश्वपटल पर लाना चाहते हैँ। ये सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है। कुमाऊं के कत्यूर और चंद राजाओं के शासनकाल की जानकारी को संरक्षित कर लोगों तक पहुंचाया जाएगा। पीएम नरेंद्र मोदी को भी जागेश्वर आने का न्यौता देने की तैयारी है। प्रदेश सरकार की ये कोशिशें वाकई सराहनीय है। पीएम मोदी जागेश्वर आएंगे तो निश्चय ही इस जगह का विकास होगा। इससे जागेश्वर को नई पहचान मिलेगी, यहां की ऐतिहासिक धरोहर का संरक्षण होगा। साथ ही पर्यटन को भी पंख लगेंगे। सरकार की ईमानदार कोशिशें जारी रहीं तो उम्मीद है जल्द ही जागेश्वर धाम पांचवे धाम के तौर पर पहचाना जाने लगेगा।