उत्तराखंड रुद्रप्रयागKEDARNATH YATRA BREAKING RECORDS THIS YEAR

केदारनाथ यात्रा इस बार ऐतिहासिक कीर्तिमान गढ़ रही है...सिर्फ 45 दिनों में टूटे पुराने रिकॉर्ड

केदारनाथ यात्रा ने 45 दिन में ही पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया, अब तक 7 लाख श्रद्धालु केदारधाम के दर्शन कर चुके हैं...

केदारनाथ यात्रा: KEDARNATH YATRA BREAKING RECORDS THIS YEAR
Image: KEDARNATH YATRA BREAKING RECORDS THIS YEAR (Source: Social Media)

रुद्रप्रयाग: साल 2013 में आई आपदा के जख्म भरने लगे हैं। केदारनाथ आने वाले यात्रियों की संख्या साल दर साल बढ़ रही है। ये केदारघाटी के साथ ही प्रदेश के पर्यटन के लिए सकारात्मक संकेत है। केदारनाथ यात्रा हर दिन नए रिकॉर्ड बना रही है। बाबा केदार के दर्शन के लिए हर दिन हजारों यात्री केदारनाथ आ रहे हैं। अभी यात्रा शुरू हुए कुछ ही दिन हुए हैं, लेकिन शनिवार को केदारनाथ दर्शन करने वाले यात्रियो की संख्या ने पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। सूबे के चारों धामों में केदारनाथ की यात्रा सबसे ज्यादा कठिन है, लेकिन आस्था के सामने कोई परेशानी, कोई चुनौती टिक नहीं रही। हजारों यात्री बाबा केदार की जय बोलते हुए हुए कई किलोमीटर का पैदल सफर तय कर केदारनाथ पहुंच रहे हैं। बात करें केदारनाथ यात्रा के इतिहास की, तो पिछले साल सबसे ज्यादा 7 लाख, 32 हजार 241 यात्री केदारधाम पहुंचे थे। ये संख्या केदारनाथ यात्रा के इतिहास में सर्वाधिक है। शनिवार को महज 45 दिन में ही पिछले साल का ये रिकॉर्ड टूट गया। जबकि अभी यात्रा में चार महीने से ज्यादा का समय बाकी है। इसका मतलब ये है कि इस साल केदारनाथ यात्रा ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाएगी।

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आपदा से पहले उत्तराखंड आने वाले ज्यादातर यात्री बदरीनाथ धाम का रुख करते थे। केदारनाथ आने वाले यात्रियों कि संख्या इससे आधी ही रहती थी। भौगोलिक परिस्थितियां भी इसकी अहम वजह थीं, क्योंकि केदारधाम पहुंचने के लिए लोगों को 16 किलोमीटर का पैदल सफर तय करना पड़ता है। ऑक्सीजन की कमी से कई लोगों की तबियत बिगड़ जाती है। आपदा के बाद लोग यहां आने से डरने भी लगे थे, पर पीएम नरेंद्र मोदी के केदारधाम आने के बाद लोगों के मन से ये डर खत्म हो गया। केदारपुरी में विकास कार्य हो रहे हैं, प्रशासन भी यात्रियों का पूरा ध्यान रख रहा है, यही वजह है कि हर दिन हजारों लोग बाबा केदार के दर्शन के लिए आ रहे हैं। क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलने से युवाओं के लिए रोजगार के मौके खुले हैं, स्थानीय व्यापारियों की आर्थिक स्थिति भी सुधर रही है।