उत्तराखंड रामनगरHealth officer car burnt on the highway

उत्तराखंड: हाईवे पर आग का गोला बनी अफसर की कार, आधे घंटे के भीतर जलकर राख

उत्तराखंड में हाईवे किनारे खड़ी डस्टर कार में अचानक आग लग गई, आधे घंटे के भीतर कार जलकर राख हो गई...

car burnt: Health officer car burnt on the highway
Image: Health officer car burnt on the highway (Source: Social Media)

रामनगर: कार खरीदना हर आदमी का सपना होता है। पर बड़े अरमानों से खरीदी गई कार कब दगा दे जाए, कब आग का गोला बन जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। अब रामनगर में ही देख लें, यहां सल्ट ब्लॉक के प्रभारी चिकित्साधिकारी की कार हाईवे पर आग का गोला बन गई। कार धूं-धूं कर जल उठी। गनीमत रही कि उस वक्त चिकित्साधिकारी कार में मौजूद नहीं थे, कार हाईवे किनारे खड़ी थी। अगर चलती कार में आग लगी होती तो बड़ा हादसा हो सकता था। नई डस्टर कार देखते ही देखते पूरी तरह जलकर राख हो गई, और ये सब हुआ महज 30 मिनट के भीतर। हाईवे पर खड़ी कार में आग लगने की वजह से अफरा-तफरी मच गई। ट्रैफिक भी जाम हुआ। हाईवे के दोनों तरफ गाड़ियों की कतारें लगी रहीं। अब खबर डिटेल में...अल्मोड़ा में एक ब्लॉक है सल्ट, प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. सौरभ सिंह यहीं के राजकीय चिकित्सालय देवायल में तैनात हैं।

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सोमवार को डॉ. सौरभ सिंह अपनी पत्नी के साथ कार संख्या यूके 08 एडी 3001 से देहरादून जा रहे थे। मंगलवार को उन्हें देहरादून में एक मीटिंग में हिस्सा लेना था। जैसे ही कार रामनगर से तीन किलोमीटर दूर पहुंची, कार में तकनीकी खराबी आ गई। कार आगे जाने की बजाय पीछे खिसकने लगी। डॉ. सौरभ घबरा गए, उन्होंने हैंड ब्रेक लगाकर कार रोक दी। इसी बीच उन्होंने कार की जांच की तो उसमें से धुआं उठने लगा। वो कार को वहीं छोड़ मैकेनिक को बुलाने दूसरे वाहन से रामनगर चले गए। तभी हाईवे किनारे खड़ी कार में आग लग गई। कार से लपटें उठने लगीं। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और कड़ी मशक्कत कर आग पर काबू पाया। पर तब तक कार जलकर राख हो चुकी थी। इस तरह का हादसा किसी के भी साथ हो सकता है, इसीलिए सावधान रहें। कुछ सावधानियां बरत कर आप दुर्घटना से बच सकते हैं। सही समय पर कार का ऑयल फिल्टर, कूलेंट और इंजन ऑयल बदलवाएं, सीएनजी या एलपीजी किट अधिकृत डीलर से ही लें और फिट कराएं। हर तीन साल में वायरिंग और सीएनजी किट की जांच जरूर कराएं।