चमोली: रोमांचक खेलों का सफर एक बार फिर शुरू होने वाला है। उत्तराखंड का औली अंतर्राष्ट्रीय स्कीईंग प्रतियोंगिताओं के लिए तैयार है। जल्द ही फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल स्कीइंग यानि एफआईएस औली का सर्वे करेगा। उत्तराखंड का स्विटजरलैंड कहे जाने वाले औली की स्लोप को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का माना जाता है। औली पर्यटकों के साथ ही एजवेंचर स्पोर्ट्स के शौकियों की हिट लिस्ट में शुमार है। यही वजह है कि सरकार ने इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन से औली को अंतर्राष्ट्रीय स्कीइंग डेस्टिनेशन के तौर पर विकसित करने के लिए अनुरोध किया था। जिसके बाद आईओए ने फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल स्कीइंग को औली की ढलानों का निरीक्षण करने के लिए पत्र लिखा है, ताकि यहां पर अंतर्राष्ट्रीय स्कीइंग की अनुमति मिल सके।
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औली में साल 2011 में सैफ विंटर गेम्स हो चुके हैं। पिछले साल यहां एफआईएस रेस कराई जानी थी, सरकार के पास डेट भी आ गई थी, पर मौसम खराब होने की वजह से ऐसा नहीं हो पाया। बर्फबारी बेहद कम हुई थी, और कृत्रिम बर्फ बनाने की कोशिशें भी सफल नहीं हो पाई थीं। बर्फ बनाने के लिए उचित तापमान ना मिलने से यहां इतनी बर्फ नहीं बन पाई की रेस हो सके। तब उत्तराखंड को मेजबानी से हाथ धोना पड़ा था, जिसने एडवेंचर स्पोर्ट्स के शौकिनों का दिल तोड़ दिया था। इस साल औली में खूब बर्फ गिरी है। अब एफआईएस की टीम औली का निरीक्षण करेगी। इसके लिए आईओए ने पिछले हफ्ते ही एफआईएस को एक लेटर भेजा था। माना जा रहा है कि जल्द ही एफआईएस की टीम औली के निरीक्षण के लिए उत्तराखंड पहुंचेगी। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने कहा कि एफआईएस रेस के लिए इस साल औली पूरी तरह तैयार है। उम्मीद है एफआईएस की टीम जल्द ही औली का सर्वे कर इसकी स्वीकृति देगी।