उत्तराखंड हरिद्वारHusband throw wife from house for dowry

उत्तराखंड: दहेज में बाइक नहीं मिली, ससुराल वालों ने बहू को घर से निकाला

ससुराल वाले बहू से दहेज में बाइक और नकदी मांग रहे थे, बहू ने विरोध किया तो ससुराल वालों ने उसे घर से निकाल दिया...

Dowry case: Husband throw wife from house for dowry
Image: Husband throw wife from house for dowry (Source: Social Media)

हरिद्वार: दहेज...आम इंडियन वेडिंग का अहम हिस्सा। दहेज प्रथा की वजह से लोग बेटियों को बोझ समझते हैं। बेटी के पैदा होने के साथ ही उसकी शादी के लिए दहेज जुटाने की मेहनत भी शुरू हो जाती है। अब इसे दहेज नहीं शगुन कहते हैं, जिसे कोई मांगता नहीं है, पर मिलने की उम्मीद जरूर पालता है। इस कुप्रथा के खात्मे के लिए कड़े कानून बन गए हैं, पर अब भी लोगों को दहेज, दुल्हन से ज्यादा प्यारा होता है। तभी तो दहेज के लिए बेटियां मारी जाती हैं, सताई जाती हैं। हरिद्वार के लक्सर में भी यही हुआ। ससुराल वाले बहू से दहेज में बाइक और नकदी मांग रहे थे। बहू ने विरोध किया तो ससुराल वालों ने उसे प्रताड़ित कर घर से निकाल दिया। पीड़ित ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। मामला लक्सर कोतवाली के अंतर्गत आने वाले अकौढ़ा खुर्द गांव का है। पीड़ित अनीता इसी गांव की रहने वाली है।

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कोर्ट को दिये प्रार्थनापत्र में अनीता ने बताया कि उसकी शादी 3 मार्च 2017 को देहरादून के रहने वाले सरबजीत के साथ हुई थी। सरबजीत का परिवार डोईवाला में रहता है। शादी में खूब दान-दहेज दिया गया, पर ससुराल वालों के लालच के लिए काफी नहीं था। वो दहेज में बाइक और 30 हजार रुपये मांग रहे थे। अनीता उनकी मांगों का विरोध करती रही। डिमांड पूरी नहीं हुई तो आरोपियों ने उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया। 11 नवंबर 2018 को आरोपी अनीता के घर आये। अपनी मांगें दोहराई, अनीता के परिजनों ने इनकार कर दिया तो ससुराल वाले अनीता को मायके में ही छोड़ गए। पीड़ित ने कहा कि उसने आरोपियों के खिलाफ पुलिस में केस दर्ज कराया था, पर कार्रवाई नहीं हुई। मजबूरन उसे कोर्ट की शरण में जाना पड़ा। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने विवाहिता के पति सरबजीत और सास-ससुर समेत छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है।