उत्तराखंड Ajay bhatt raised missing army havildar rajendra singh case in lok sabha

संसद में गूंजा गढ़वाल राइफल के लापता जवान का मुद्दा, अजय भट्ट ने की सकुशल वापसी की मांग

हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी की गुमशुदगी का मामला मंगलवार को लोकसभा में उठा। नैनीताल लोकसभा के सांसद अजय भट्ट ने शून्यकाल के दौरान समूचे सदन का ध्यान इस तरफ आकर्षित किया, उन्होंने जवान की सकुशल वापसी की मांग की...

Dehradun: Ajay bhatt raised missing army havildar rajendra singh case in lok sabha
Image: Ajay bhatt raised missing army havildar rajendra singh case in lok sabha (Source: Social Media)

: उत्तराखंड मूल के जवान राजेंद्र सिंह नेगी को लापता हुए एक महीना होने वाला है। हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में तैनात थे। बीती 8 जनवरी को उनके बारे में एक मनहूस खबर मिली। सेना ने बताया कि राजेंद्र सिंह नेगी बर्फ में फिसल गए थे। जिसके बाद से उनके बारे में कुछ पता नहीं चला। जैसे-जैसे वक्त बीत रहा है सैनिक के परिजनों का डर बढ़ता जा रहा है। हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी की गुमशुदगी का मामला मंगलवार को लोकसभा में उठा। नैनीताल लोकसभा के सांसद अजय भट्ट ने शून्यकाल के दौरान समूचे सदन का ध्यान इस तरफ आकर्षित किया। अजय भट्ट ने लापता जवान की तलाश के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा है। साथ ही उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात कर इस विषय में बातचीत भी की है।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - पौड़ी गढ़वाल की होनहार छात्रा का शानदार आविष्कार, अब पहाड़ में सड़क हादसों पर लगेगी लगाम
सांसद अजय भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड सैन्य बहुल प्रदेश है। लापता सैनिक के बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। कई संगठन उनकी सकुशल वापसी को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। सैनिक के परिवार को मानसिक पीड़ा का सामना करना पड़ रहा है। सांसद अजय भट्ट ने सदन के माध्यम से सरकार से लापता जवान की खोजबीन करने की अपील की। वहीं दूसरी तरफ देहरादून के बाद हरिद्वार में भी सेना के जवान राजेंद्र सिंह नेगी की सकुशल वापसी के लिए आंदोलन शुरू हो गया है। हरिद्वार में पहाड़ी महासभा ने सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के सामने सांकेतिक धरना प्रदर्शन कर जवान राजेंद्र सिंह नेगी की सकुशल वतन वापसी की मांग की। लोगों ने मजिस्ट्रेट के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भी भेजा। उन्होंने केंद्र सरकार से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की।