ऋषिकेश: उत्तराखंड में रोडवेज बसें भगवान भरोसे चल रही हैं। कभी चलती बस का गियर लीवर टूट जाता है, तो कभी बस का टायर निकल जाता है। बसें ना हुईं बवाल हो गईं। कुछ दिन पहले राज्य परिवहन निगम की नई बसों में वायरिंग उखड़ गई थी, ये बवाल थमा भी नहीं था कि अब एक रोडवेज बस का इमरजेंसी डोर उखड़ने की घटना सामने आई है। जानकारी के मुताबिक ऋषिकेश डिपो की बस दिल्ली जा रही थी। चलती बस में इमरजेंसी डोर उखड़ गया। गनीमत रही की दरवाजा पीछे आ रही किसी गाड़ी या दुपहिया सवार पर नहीं गिरा, वरना बड़ा हादसा हो जाता। इस मामले में रोडवेज मुख्यालय ने जांच बैठा दी है। रोडवेज प्रबंधन ने एक यात्री पर आरोप भी लगाए हैं। प्रबंधन का कहना है कि एक यात्री की गलती की वजह से हादसा हुआ। यात्री ने चलती बस में डोर का लीवर खोल दिया था।
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घटना शुक्रवार की है। ऋषिकेश डिपो की बस दिल्ली जा रही थी। बस दिल्ली हाईवे पर थी कि तभी इमरजेंसी डोर उखड़कर पीछे जा गिरा। ड्राइवर ने डोर उठाकर तार से छत पर बांधा, तब कहीं जाकर ये बस दिल्ली से वापस ऋषिकेश पहुंच सकी। रोडवेज प्रबंधन कह रहा है कि चलती बस में एक यात्री ने डोर का लीवर खोल दिया, जिससे डोर एकदम खुलकर तेज हवा में जा गिरा। इस घटना के बाद परिवहन निगम की नई बसें फिर सवालों के घेरे में आ गई हैं। दो महीने पहले टाटा कंपनी से खरीदी बसों में भी खराबी की घटनाएं हुई थीं। बाद में अशोका लेलैंड की बसों में भी खराबी मिली। बसों की वायरिंग उखड़ गई थी। अब चलती बस का इमरजेंसी डोर उखड़ गया। उधर रोडवेज प्रबंधन ने कहा कि इमरजेंसी डोर की गुणवत्ता का पता लगाया जा रहा है, इस मामले में विभागीय जांच कराई जा रही है।