उधमसिंह नगर: उत्तराखंड के ऊधमसिंहनगर में गजब हो गया। ये जो कुछ भी हुआ फिल्मी स्टाइल में ही हुआ। लकड़ी तस्करी के आरोप में पकड़े गए प्रधान पति की गिरफ्तारी के बाद जमकर बवाल हुआ। पुलिस का कहना है कि आरोपी प्रधान पति खैर की लकड़ी की तस्करी में लिप्त था। वहीं ग्रामीणों की नाराजगी गिरफ्तारी से ज्यादा, पुलिस के रवैये को लेकर है। ग्रामीणों ने कहा कि थाने के सिपाही प्रधान पति को कॉलर और पेंट पकड़ कर खींचते हुए थाने लेकर आए, जो कि सही नहीं है। पूरा मामला क्या है, ये भी बताते हैं। घटना केलाखेड़ा इलाके की है, जहां प्रधान के पति पर खैर की लकड़ी की तस्करी का आरोप लगा है। पुलिस वाले उसे रंगे हाथ पकड़ने की फिराक में थे, पर सही मौका नहीं मिल रहा था। शनिवार को उत्तर प्रदेश वन विभाग को मुखबिर से सूचना मिली कि उत्तराखंड के सीमावर्ती इलाके में लकड़ी की तस्करी की जा रही है। आगे पढ़िए...
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लकड़ी तस्करी की सूचना उत्तराखंड वन विभाग के पास भी पहुंची। जिसके बाद विभाग और पुलिस की टीम ने मौके पर दबिश दी। इस दौरान पुलिस ने आरोपी प्रधान पति लियाकत को फिल्मी अंदाज में खुलेआम रोड पर दौड़ाते हुए पकड़ा। बाद में पुलिस के सिपाही उसे कॉलर और पेंट से पकड़कर सरेआम खींचते हुए थाने लाए, जिस पर लोगों ने नाराजगी जताई। गुस्साए लोगों ने थाने पहुंचकर हंगामा किया, थाने का घेराव भी किया। लोगों ने कहा कि बेरिया पुलिस चौकी के इंचार्ज कार में बैठकर चल रहे थे, जबकि बिना वर्दी के सिपाही लियाकत को खींचते हुए पैदल ले जा रहे थे। आरोपी लियाकत टांडाआजम गांव की प्रधान का पति है। उसने कहा कि पुलिस ने बिना जांच किए उसे गैरकानूनी रूप से गिरफ्तार किया है। ग्रामीणों ने भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।