उत्तराखंड पिथौरागढ़Rishabh pant life journey and his struggle

पहाड़ के ऋषभ पंत..कभी लंगर में खाकर भरते थे पेट, इस पारी से मिली अलग पहचान..देखिए वीडियो

पहाड़ के ऋषभ पंत (rishabh pant) ने एक दिन मां को गरीबी के दिनों में लंगर सेवा करते हुए भी देखा है। उनके परिवार के पास मकान किराया चुकाने तक के पैसे नहीं हुआ करते थे। आईपीएल में खेली गई इस पारी ने उनके करियर को अलग पहचान दी थी...देखिए वीडियो

Rishabh Pant: Rishabh pant life journey and his struggle
Image: Rishabh pant life journey and his struggle (Source: Social Media)

पिथौरागढ़: 24 मार्च 2019...मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में आईपीएल लीग का मुकाबला चल रहा था। दिल्ली और मुंबई की टीम आमने-सामने थी। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी दिल्ली टीम की शुरुआत निराशाजनक रही। फिर क्रीज पर आए दिल्ली टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत (rishabh pant) । इसके बाद तो मानों चौक्कों-छक्कों की बरसात शुरू हो गई। उत्तराखंड के खिलाड़ी ऋषभ पंत ने मुंबई की टीम के सामने ताबड़तोड़ पारी खेली। उन्होंने 27 गेंद में नाबाद 78 रन बनाए। ऋषभ पंत ने अपनी पारी में सात चौके और सात छक्के लगाए। ऋषभ के इस शानदार प्रदर्शन ने क्रिकेट जगत के दिग्गजों का ध्यान अपनी तरफ खींचा। सौरभ गांगुली और सुनील गावस्कर के साथ-साथ युवराज सिंह ने भी ऋषभ के खेल की जमकर तारीफ की, उत्तराखंड में भी खूब जश्न मनाया गया। इसके साथ ही ऋषभ के इंटरनेशनल क्रिकेट करियर का नया आगाज हो गया। आगे जानिए उनकी कहानी और ये वीडियो जरूर देखिए

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भारतीय टीम के इस युवा विकेटकीपर की क्षमता से हर कोई वाकिफ है। अपना दिन होने पर यह खिलाड़ी अकेले मैच का रुख पलटने का माद्दा रखता है। आज हम आपको ऋषभ पंत के बारे में वो बातें बताएंगे, जिनके बारे में आप शायद ही जानते होंगे। ऋषभ पंत मूलरूप से पिथौरागढ़, गंगोलीहाट के पाली गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने साल 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ बेंगलुरु में खेले गए तीसरे टी-20 मैच से भारतीय क्रिकेट टीम में प्रवेश किया। साल 2017 में जब ऋषभ इंटरनेशल क्रिकेट में डेब्यू कर रहे थे, उस वक्त उनके पिता का निधन हो गया था। सदमे में होने के बावजूद ऋषभ ने आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स टीम के लिए मैच खेलने का साहस दिखाया था और अच्छी पारी खेली थी। तब दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने भी विकेटकीपर और बल्लेबाज ऋषभ पंत (rishabh pant) को भारतीय टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण खिलाड़ी बताया था। उन्होंने कहा था कि ऋषभ ने निजी दुख पर काबू पाकर आईपीएल टूर्नामेंट में हिस्सा लिया जो कि उनकी मानसिक मजबूती का दर्शाता है। भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने वाले ऋषभ टीम को यहां तक पहुंचने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ा। आगे देखिए वीडियो

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अपने अच्छे दिनों से पहले ऋषभ पंत (rishabh pant) ने काफी बुरे दिन भी देखे हैं। एक दौर था जब पंत को गुरुद्वारे में रात गुजारनी पड़ती थी। वो लंगर का खाना खाकर क्रिकेट की प्रैक्टिस करने जाया करते थे। इस क्रिकेटर ने एक दिन मां को गरीबी के दिनों में लंगर सेवा करते हुए भी देखा है। उनके परिवार के पास मकान किराया चुकाने तक के पैसे नहीं हुआ करते थे। लेकिन अपनी मेहनत के बूते पर ऋषभ ने तमाम तंगहाली को दूर कर दिया है।दिल्ली के मशहूर क्रिकेट क्लब सोनेट में पंत ने क्रिकेट की बारिकियां सीखी। उस वक्त ये क्लब एक टैलेंट हंट कराता था। जिसके बारे में पंत ने सुना था। वो रुड़की से दिल्ली सिर्फ इस टैलेंट हंट में हिस्सा लेने चले आए थे। दिल्ली में जान पहचान का कोई नहीं था। इसलिए वो मोतीबाग गुरुद्वारे में रुकते थे और वहीं लंगर खाकर प्रैक्टिस के लिए आते थे। पिछले एक साल से ऋषभ खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। ऋषभ पंत को विराट कोहली ने टी-20, वन-डे से लेकर टेस्ट मैच तक हर जगह लगातार मौके दिए, लेकिन ऋषभ पंत लगातार उन मौकों को गंवाते रहे। एक साल के करियर में वो कुछ बड़ा नहीं कर पाए, लेकिन क्रिकेट प्रेमियों को उनसे अब भी बड़ी उम्मीदें है। अगर वो अपनी काबिलियत को इंटरनेशनल स्तर पर साबित कर देते हैं, तो कम से कम एक दशक का करियर उनके सामने खड़ा है। वो पहाड़ के युवा क्रिकेटरों के रोल मॉडल हैं। चलिए अब आपको पिछले साल हुए आईपीएल का वो वीडियो दिखाते हैं, जिसने ऋषभ पंत को हीरो बना दिया था, उनकी ये पारी आईपीएल की सबसे धांसू पारियों में से एक है, जिसे आज भी याद किया जाता है...
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